Delhi Police का खुलासा- दिशा रवि ने ही 'टूलकिट' बनाकर ग्रेटा थनबर्ग को भेजा, निशाने पर थी कई इमारत

किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन देने से जुड़ा टूलकिट (Toolkit) मामला को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। साथ ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस पूरे मामले में बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) कर टूलकिट मामले में अब तक हुई जांच के बारे में जानकारी दी है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह टूलकिट बेहद ही सुनियोजित तरीके से बनाया गया है। इसमें किस तरह से किसान आंदोलन को समर्थन देना है उसकी पूरी जानकारी थी। उन्होंने कहा कि दिशा रवि (Disha Ravi) ने टूलकिट को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर शेयर किया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई। दिशा ने ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) को भेजा क्योंकि टूलकिट को विश्वस्तर पर फैलाने साजिश थी।
इस टूलकिट से खालिस्तानी संगठन को बड़ा फायदा पहुंचाने का था। वहीं खालिस्तान को फिर से खड़ा करना ही इनका मकसद था। साथ ही सरकार इमारतों को भी निशाना बनाने की तैयारी थी। इस टूलकिट को चार फरवरी को बनाया गया था। इस टूलकिट में योग और चाय को नुकसान पहुंचाने से लेकर दूतावासों को भी नुकसान पहुंचाने की बात है। इससे भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। उधर, दिशा रवि की गिरफ्तारी को लेकर तमाम दलों के बड़े नेताओं ने निंदा की वहीं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने इसी बहाने भाजपा की केंद्र सरकार को घेराने की कोशिश की है।
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने 21 साल की दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने दिशा पर संगीन आरोप लगाए हैं। दिशा रवि को बीते दिन पांच दिन के पुलिस के रिमांड पर भेजा गया हैं। दिल्ली पुलिस अब दिशा रवि के साथियों की तलाश में है। नीकिता जेकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया गया है। जिन्होंने किसान आंदोलन के मुद्दे को हथियार बनाकर देश को बदनाम करने और माहौल खराब करने के लिए साजिश रची थी। दिल्ली पुलिस ने बताया कि देश का माहौल बिगाड़ने के लिए तैयार किए गए टूलकिट की मुख्य साजिशकर्ता दिशा रवि हैं।
क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट को ट्वीट करने के बाद डिलीट किया था, उसे दिशा रवि ने कई बार एडिट किया था। कोर्ट में जब पुलिस रिमांड पर सुनवाई हुई तो दिशा रो पड़ी और उसने कबूल किया कि उसने 2 लाइन एडिट की थी। पुलिस ने दिशा का मोबाइल जब्त किया है लेकिन उसका डाटा पहले ही डिलीट किया जा चुका था जिसे अब पुलिस रिट्रीव करेगी। इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस को खालिस्तानी एंगल भी मिला है। पुलिस के मुताबिक, ये खलिस्तानी ग्रुप को दोबारा खड़ा करने की बड़ी साजिश है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिशा और टूलकिट से जुड़े अन्य लोग खालिस्तानी संगठन पोइटिक जस्टिस फाउंडेशन के धालीवाल के संपर्क में थे। हालांकि, दिशा ने धालीवाल या पोइटिक जस्टिस फाउंडेशन से किसी लिंक से इनकार किया है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS