रेलवे ग्रुप D के पेपर में नकल कराने वाले सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश, लाखों रुपए लेकर कराते थे पास

यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार को रेलवे ग्रुप डी (Railway Group D) के पेपर (Exam) में नकल करा रहे सॉल्वर गैंग (Solver Gang) को गिरफ्तार किया है। यह गैंग पांच से दस लाख रुपए लेकर परीक्षा के दौरान की अभ्यर्थियों को आंसर की (Answer Key) मुहैया कराता था। STF ने गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित आरडी इंजीनियरिंग और बीबीडीआईटी कॉलेज से इस सॉल्वर गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। 3 सदस्य अभी भी फरार हैं। पकडे गए सदस्यों में से एक ऑनलाइन पेपर (Online Exam) करा रही कंपनी टीसीएस का कर्मचारी भी है। इनके कब्जे से 6 मोबाइल भी बरामद हुए हैं। इस गैंग को STF की मेरठ यूनिट ने गिरफ्तार किया है।
ये सब थे गैंग के सदस्य
- आशीष कुमार, निवासी छपरौली, बागपत
- प्रदीप पंवार, निवासी बुढ़ाना, मुजफरनगर
- सचिन मलिक, निवासी मोदीनगर, गाजियाबाद
- विपिन, निवासी मुरादनगर, गाजियाबाद
- रूपक उर्फ रेवती शरण, निवासी मुरादनगर, गाजियाबाद
- नेत्रपाल, निवासी मुरादनगर, गाजियाबाद
- जयवीर, अंकित और कपिल- ये तीनों पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके।
ऐसे कराते थे नकल
एसपी ब्रजेश सिंह ने मीडिया को बताया कि कपिल और आशीष गैंग के सरगना थे। ये दोनों ही नकल कराने का ठेका लेते थे। प्रदीप और गैंग के अन्य सदस्य परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को तलाशते थे। परीक्षा केंद्र पर सारा काम रूपक का होता था। रूपक ही परीक्षा केंद्र पर काम कर रहे अपने लोगों के जरिये आंसर की को अभ्यर्थी तक पहुंचा था। सचिन की ड्यूटी भी रुपक के जरिये ही परीक्षा केंद्र पर लगी थी। फरार अंकित और जयवीर पेपर को परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद पेपर सॉल्व करके व्हाट्सऐप के जरिए से रूपक और सचिन तक पहुंचा देते थे, जिसे वो अभ्यर्थियों तक पहुंचा देते थे। अंकित इससे पहले पंजाब पुलिस की परीक्षा में नकल कराने के मामले में जेल भी जा चूका है। अभी ढाई महीने पहले ही वो जेल से छूटकर आया है। पुलिस ने बताया कि अंकित और जयवीर को पेपर कहां से मिलता है, इसकी जानकरी गैंग के दूसरे सदस्यों को नहीं है। वे दोनों सिर्फ आशीष और कपिल से पैसे लेकर पेपर और आंसर की मुहैया कराते थे। पुलिस ने रूपक के भाई नेत्रपाल को भी गिरफ्तार किया है, जोकि पेपर करा रही कंपनी टीसीएस का कर्मचारी है। नेत्रपाल की ड्यूटी ऐसी ही परीक्षाओं में लगाई जाती है। जिस समय एसटीएफ ने छापा मारा। उक्त समय पर नेत्रपाल बीडीआईटी कॉलेज में परीक्षा ड्यूटी में मौजूद था।
पहले भी करा चुके हैं नकल
पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने 24 अगस्त को हुए पेपर में भी एक अभ्यर्थी को नकल कराई थी। गैंग कई और सदस्य भी हो सकते हैं। इनसे बरामद हुए मोबाइल्स से कई और खुलासों के लिए पुलिस टीम लगातार जांच कर रही है। इसके साथ ही मौके फरार हुए आरोपियों का भी पता लगाया जा रहा है।
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