उत्तराखंड की आपदा का दिल्ली-एनसीआर पर असर, गाजियाबाद और नोएडा के इन इलाकों में पानी की सप्लाई बंद

उत्तराखंड में आई आपदा (Uttarakhand Tragedy) का असर अब दिल्ली-एनसीआर (Delhi Ncr) पर भी दिखने लगा है। ग्लेशियर टूटने से गंगनहर (Gangnahar) में सिल्ट और कचरा आ गया है, इस वजह से गंगाजल प्लांट (Gangajal Plant) को आज से बंद कर दिया गया है। जिसके कारण गाजियाबाद और नोएडा (Ghaziabad And Noida) के कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई रोक लगा दी गई है। इस समस्या के कारण दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले करोड़ों लोगों पर असर पड़ेगा। हालांकि प्रशासन लोगों को ज्यादा दिक्कत न हो इसके लिए इन इलाकों में नलकूपों और ट्यूबवेलों से पानी की सप्लाई की जा रही है, जो एक समय ही मिल रहा है। प्रताप विहार स्थित गंगाजल के दोनों प्लांटों से 100 क्यूसेक और 50 क्यूसेक सप्लाई पूरी तरह रोक दी गई है। इससे वसुंधरा की 9 कॉलोनी, इंदिरापुरम और नोएडा की कालोनियों में पानी की सप्लाई ठप्प हो गई। आपको बता दें कि तपोवन टनल से आज 3 शव बरामद किए गए, अब तक कुल 54 शव बरामद हो चुके हैं। जोशीमठ थाने में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है।
नलकूपों और ट्यूबवेलों से पानी की हो रही सप्लाई
गंगाजल प्लांट प्रभारी ने बताया कि प्लांट में सिल्ट और कचरा बंद होने के बाद ही दोबारा से सप्लाई की शुरू की जा सकेगी। शुक्रवार तक गंगाजल दोबारा से शुरू होने की उम्मीद है। फिलहाल गंगाजल की सप्लाई बंद होने से वसुंधरा, वैशाली और डेल्टा कालोनी में सिर्फ सुबह के समय 9 नलकूपों से सप्लाई की जा रही है। वहीं, इंदिरापुरम के अहिंसाखंड, शक्तिखंड, नीतिखंड, ज्ञानखंड, वैभवखंड और अभयखंड में 22 ट्यूबवेलों से पानी की सप्लाई की जा रही है, जो सुबह 7 से 9 बजे तक की जा रही है। प्लांट प्रभारी शुभेन्द्र चौधरी ने कहा उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से पिछले दो दिनों से गंगनहर में काफी गंदा पानी आ रहा था। एक दिन किसी तरह प्लांट को चालू रखा गया, लेकिन रविवार से सिल्ट काफी अधिक आ रही थी। इस वजह से प्लांट को बंद रखने का निर्णय लिया गया।
दोबारा से पानी की सप्लाई शुक्रवार तक होने की संभावना
प्लांट में कब तक सिल्ट आती रहेगी, यह कहना मुश्किल है। लेकिन जब तक सिल्ट आती रहेगी, तब तक प्लांट नहीं चलाया जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 2-3 दिनों में सिल्ट आनी बंद हो सकती है, इसके बाद ही प्लांट दोबारा शुरू किया जा सकेगा। यानी अगर बुधवार तक सिल्ट आनी बंद होती है तो गुरुवार सुबह से प्लांट से सप्लाई शुरू होगी। प्लांट चालू होने के बाद 24 घंटे तक पाइप लाइन में नलकूप का पानी रहता है, जो मिक्स होकर लोगों के घरों में जाता है। इस तरह दोबारा से गंगाजल शुक्रवार मिलने की संभावना है।
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