दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज, ईवीएम में बंद हो जाएगी 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत

दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज, ईवीएम में बंद हो जाएगी 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत
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दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के सभी 250 वार्ड के लिए आज, रविवार को मतदान होगा और इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस, आदि राजनैतिक पार्टियों के साथ ही निर्दलीय कुल 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगी। बताया जा रहा है

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के सभी 250 वार्ड के लिए आज, रविवार को मतदान होगा और इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस, आदि राजनैतिक पार्टियों के साथ ही निर्दलीय कुल 1,349 उम्मीदवारों की किस्मत आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगी। बताया जा रहा है कि इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। एमसीडी चुनाव में 1.45 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए योग्य हैं। चुनाव में कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं।

मतदान सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक होगा जबकि मतगणना सात दिसंबर को होगी। बता दें कि इस साल फिर से तीनों को एकीकृत कर दिया गया। राज्य निवार्चन आयुक्त विजय देव द्वारा चार नवंबर को एमसीडी चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई थी। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,45,05,358 है, जिसमें 78,93,418 पुरुष, 66,10,879 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर हैं। परिसीसन की कवायद और उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों को मिलाकर एकीकृत एमसीडी बनाने के बाद यह पहला चुनाव है। एकीकृत एमसीडी 22 मई से अस्तित्व में आई है।

2012 में निगम के हुए थे तीन हिस्से

रविवार को होने वाला मतदान गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से तीन दिन बाद और दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले हो रहा है। एमसीडी को 1958 में स्थापित किया गया था। 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान इसे तीन हिस्सों- उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों में बांट दिया गया था।

आप और भाजपा ने किया जीत का दावा

आप और भाजपा दोनों ने दावा किया है कि वे चुनावों में विजयी होंगी, जबकि कांग्रेस खोया हुआ अपना जनाधार हासिल करने की कोशिश कर रही है। चुनाव से पहले दिल्ली में आप और भाजपा के बड़े नेताओं ने प्रचार किया और गलियों में घूम कर अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए वोट मांगे।

पुलिसकर्मियों सहित 60 ड्रोन का किया जाएगा इस्तेमाल

राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव अधिकारी और उसकी टीम रविवार को होने वाले इस मतदान के लिए पूरी तरह तैयार हैं और सुरक्षाबलों की तैनाती के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। आयोग ने शुक्रवार को कहा कि उसने सुगमता से मतदान कराने के लिए पूरी व्यवस्था की है। दिल्ली में फरवरी 2020 में हुए दंगों के बाद नगर निगम का यह पहला चुनाव है और अधिकारियों की ओर साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 493 स्थानों पर 3360 बूथ को संवेदनशील घोषित किया गया है।

दिल्ली पुलिसस में उपायुक्त (डीसीपी) सागर सिंह कलसी ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 60 ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा करीीब 40,000 पुलिसकर्मी, 20,000 होमगार्ड और अर्द्धसैनिक तथा राज्य सशस्त्र पुलिस बलों की 108 कंपनी को तैनात किया जाएगा।

2017 में भाजपा ने दर्ज की थी जीत

चुनाव अधिकारियों ने बताया कि 68 मतदान केंद्रों को मॉडल मतदान केंद्र बनाया गया है, जबकि 68 को पिंक मतदान केंद्र बनाया गया है। साल 2017 में हुए निकाय चुनाव में भाजपा ने कुल 270 वार्ड में से 181 में जीत हासिल की थी। प्रत्याशियों के निधन के कारण दो सीट पर मतदान नहीं हो सका था। आप ने 48 और कांग्रेस ने 27 वार्ड में जीत दर्ज की थी। 2017 में 53 फीसदी मतदान हुआ था।

उम्मीदवार पसंद न होने पर नोटा की सुविधा

दिल्ली के चुनाव आयुक्त विजय देव ने बताया कि निगम चुनाव में निर्वाचन आयोग के नियम व शर्तों को अपनाने का निर्णय लिया है। इस तरह वह मतदान में ईवीएम का उपयोग करेंगे। उम्मीदवार के नाम के साथ उसका फोटो भी लगाया जाएगा। इसमें मतदाताओं को उम्मीदवार पसंद न होने पर नोटा का बटन की सुविधा है।

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