Delhi: वजीराबाद वाटर प्लांट की पांच साल से नहीं हुई सफाई, LG ने CM को पत्र लिखकर जताई नाराजगी

Delhi: वजीराबाद वाटर प्लांट की पांच साल से नहीं हुई सफाई, LG ने CM को पत्र लिखकर जताई नाराजगी
X
Delhi: दिल्ली के वजीराबाद जल शोधन संयंत्र की पांच साल से सफाई नहीं होने पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है।

Delhi: दिल्ली की एक तिहाई आबादी के लगभग उपभोक्ताओं को जलापूर्ति करने वाले वजीराबाद जल शोधन संयंत्र की पांच साल से सफाई नहीं होने पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं नौ मार्च, 2023 को वजीराबाद संयंत्र का निरीक्षण करने गया था। वहां अधिकारियों ने बताया कि इस संयंत्र की सफाई 30 जून, 2018 को हुई थी, उसके बाद से आज तक कोई साफ सफाई नहीं हुई है।

उपराज्यपाल के अनुसार, वजीराबाद बैराज के पास 250 मिलियन गैलन क्षमता का जलाशय है। इसमें गाद भरे होने के कारण पानी स्टोरेज क्षमता करीब 93 प्रतिशत घटकर सिर्फ 16 मिलियन गैलन रह गई है। सफाई की हालात यह है कि 30 जून, 2018 के बाद इस जलाशय में गाद की सफाई नहीं हुई है। वर्ष 2013 में गाद की सफाई के लिए जल बोर्ड ने एक ठेकेदार को नियुक्त किया था। तब आठ माह में 7.79 क्युम गाद निकाला जाना था। दो चरणों में 6.15 क्युम गाद निकाला गया। इस वजह से जलाशय की गहराई 4.26 मीटर से घटकर मात्र 0.42 मीटर रह गई। इस वजह से नौ लाख 12 हजार 500 मिलियन गैलन पानी के नुकसान को क्या दिल्ली झेलने के लिए तैयार है।

उपराज्यपाल ने लिखा कि हाल ही में होली के दौरान पानी आपूर्ति कम होने का कारण जल बोर्ड ने यमुना का जल स्तर कम होना बताया था। उन्होंने सवाल पूछा कि क्यों पिछले आठ वर्षों में जलाशय के ठीक से गाद नहीं निकाली गई, जिससे साफ सफाई की हालत दयनीय है। उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार को तुरंत जल शोधन संयंत्र के जलाशय की सफाई करवाने और गाद निकालने का निर्देश दिया है।

पत्र में लिखा कि संयंत्र के उपकरणों पर जंग लगी है और कचरा भरा है। पानी के शोधन के दौरान निकलने वाले कचरे के स्टोरेज के लिए बने टैंक में शराब के बोतल, सिगरेट के पैकेट इत्यादि भरे हैं। शोधन के बाद पानी आपूर्ति के लिए बने चेंबर में भी जंग और दाग हैं। पत्र में कहा गया है कि गहरी पीड़ा के भाव से वह मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हैं। उन्होंने जल शोधन संयंत्र और जलाशय की साफ सफाई में लापरवाही को आपराधिक कृत करार दिया है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी सिफारिश की है।

Tags

Next Story