सर्दी के साथ बिजली की मांग का ग्राफ भी लगा बढ़ने,4200 मेगावाट से अधिक पहुंची खपत

सर्दी के साथ बिजली की मांग का ग्राफ भी लगा बढ़ने,4200 मेगावाट से अधिक पहुंची खपत
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राजधानी में जैसे जैसे सर्दी व कोहरा बढ़ रहा है वैसे ही बिजली की खपत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर दिल्ली (एसएलडीसी) पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार बुधवार को बिजली की अधिकतम खपत बढ़कर 4268 मेगावाट तक पहुंच गई है जो इस सीजन की अब तक की सबसे ज्यादा खपत है।

नई दिल्ली। राजधानी में जैसे जैसे सर्दी व कोहरा बढ़ रहा है वैसे ही बिजली की खपत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर दिल्ली (एसएलडीसी) पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार बुधवार को बिजली की अधिकतम खपत बढ़कर 4268 मेगावाट तक पहुंच गई है जो इस सीजन की अब तक की सबसे ज्यादा खपत है। वहीं न्यूनतम तापमान भी बढ़कर 1609 मेगावाट दर्ज हुई है। बिजली कंपनियों का अनुमान है कि इस बार 2022 की सर्दियों में बिजली की अधिकतम मांग 5500 मेगावाट तक पहुंच सकती है। जबकि 2021 में सर्दियों के मौसम में बिजली की अधिकतम मांग 5104 मेगावाट तक पहुंची थी।

बिजली कंपनियों टाटा पावर डीडीएल व बीएसईएस के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी अनुसार लांग टर्म समझौते के तहत कई अन्य बिजली कंपनियों से बिजली मिलेगी। जिसमें विंटर एक्शन प्लान के अनुरूप पहले ही अनुमानित मांग के लिए हम तैयार है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है, अभी तो मांग केवल 4200 मेगावाट के आस पास ही पहुंची है इसलिए कोई घबराने की बात नहीं है। इन कंपनियों का कहना है कि गत वर्ष की मांग को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि इस बार 5500 मेगावाट तक बिजली की मांग पहुंच सकती है, जो आसानी से आपूर्ति हो जाएगी।

कंपनियों का दावा है कि इसी साल गर्मियों में दिल्ली ने बिजली खपत का नया रिकॉर्ड 8 जुलाई 2022 को बनाया था जिसे सफलतापूर्वक निर्बाध पूरा किया गया था। इसलिए 5500 मेगावाट खपत कोई बहुत बड़ा आंकड़ा नहीं है, भरोसा रखें दिल्ली वाले कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी। इन कंपनियों का यह भी दावा है कि आने वाली भीषण सर्दी व कोहरे आदि से निपटने के लिए पहले से ही सभी बंदोबस्त कर लिए गए है।

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