स्वतंत्रता सेनानी एवं हिंदी आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने वाले 113 वर्षीय वैध राम लाल का निधन

हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
शहर के मॉडल टाउन के रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी व हिंदी आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने वाले 113 वर्षीय वैध रामलाल का शनिवार को निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
स्वतंत्रता सेनानी वैध राम लाल के रिश्तेदार नरेश ने बताया कि 26 अप्रैल 1908 में पाकिस्तान जिला जेलम में उनका जन्म हुआ था। देश में बंटवारे के बाद वैध रामलाल यमुनानगर में आकर बस गए थे। हरियाणा की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमला वर्मा को वैध रामलाल ने गोद लिया हुआ था। वैध रामलाल के परिवार में उनकी पत्नी, दो लडक़े और एक लडक़ी है। गत 24 मई को 112 वर्ष की आयु में वैध रामलाल ने कोरोना वैक्सीनेशन की डोज लगवाई थी। वह अभी तक पूरी तरह सक्रिय थे। उच्च कोटि के वैध थे और नब्ज देखकर रोगी की तकलीफ बता कर उसका इलाज करते थे।
पिछले कई वर्षों से वह मॉडल टाउन में लोगों को निरोग करने में अपनी भूमिका निभा रहे थे। पिछले 85 वर्षों में वह बिना किसी फीस के रोगियों के स्वास्थ्य की जांच करते थे। उनके निधन पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने गहरा शोक प्रकट किया है। वैध राम लाल का रविवार को सुबह नौ बजे यमुना घाट स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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