रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं में गोलमाल, साथ बैठकर ऑनलाइन पेपर देती पकड़ी 18 छात्राएं

रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं में गोलमाल, साथ बैठकर ऑनलाइन पेपर देती पकड़ी 18 छात्राएं
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विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा केवल घर पर लैपटाप की सहायता से दे सकते हैं। जो विद्यार्थी घर के अलावा किसी अन्य स्थान पर परीक्षा देते पाया जाता है तो उसकी उस पेपर की यूएमसी बनाई जा सकती है।

हरिभूमि न्यूज : जींद

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय और उसके अधीन आने वाले डिग्री कालेजों में इन दिनों परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा जब ऑनलाइन परीक्षा देने वाले छात्र नकल करते न पकड़े जा रहे हैं। जिस पर विश्वविद्यालय द्वारा इन इन नकलचियों की अनफेयर मीन्स केस यानि यूएमसी बनाई जा रही है। शनिवार को भी उप परीक्षा नियंत्रक डा. अनुपम भाटिया के नेतृत्व में टीम ने हिंदू कन्या महाविद्यालय के निकट चलाए जा रही कंप्यूटर की दुकानों पर दबिश दी और यहां छात्राओं को एक साथ परीक्षा देते हुए काबू किया। इनमें 16 छात्राएं एक जगह तो दो छात्राएं दूसरी कंप्यूटर की दुकान पर परीक्षा देते हुए मिली। जिस पर टीम ने तुरंत प्रभाव से सभी छात्राओं की यूएमसी बना दी।

ऑफलाइन परीक्षाओं का विकल्प दे रहा विश्वविद्यालय

जनवरी के पहले सप्ताह में कालेज कोरोना के बाद खोल दिए गए थे। यूनिवर्सिटी, सेमेस्टर में एक महीना ऑनलाइन क्लास व कालेज बंद होने के कारण नौ प्रश्नों में से कोई पांच करने का विकल्प दे रही थी छात्र संगठनों ने प्रदर्शन कर यूनिवर्सिटी पर दवाब बनाया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प दिया। ऑनलाइन परीक्षा पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कड़ी नजर रखी हुई है।

शनिवार को यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को पता चला कि हिंदू कन्या महाविद्यालय के निकट कंप्यूटर दुकानों पर ऑनलाइन परीक्षा में नकल करवाई जा रही है। जिस पर उनके नेतृत्व में छापेमारी की गई। इसमें सामूहिक रूप से विद्यार्थियों को मौके पर ही एक साथ परीक्षा देते हुए पाया। एक जगह पर 16 छात्राएं तो दूसरी जगह पर दो छात्राएं ऑनलाइन परीक्षा दे रही थी। जिस पर तुरंत प्रभाव से उनके खिलाफ यूएमसी बना दी गई।

ये हैं ऑनलाइन परीक्षा को लेकर नियम

विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा केवल घर पर लैपटाप की सहायता से दे सकते हैं। जो विद्यार्थी घर के अलावा किसी अन्य स्थान पर परीक्षा देते पाया जाता है तो उसकी उस पेपर की यूएमसी बनाई जा सकती है। यूनिवर्सिटी जांच में दोषी पाए जाने पर उस सेमेस्टर के सभी पेपर देने पर रोक लगाने के अलावा साइबर लॉ के तहत कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है। जिसके तहत तीन साल तक की सजा का प्रविधान है।

18 छात्राएं एक साथ परीक्षा देते हुए मिली, बनाई यूएमसी : डा. अनुपम

उप परीक्षा नियंत्रक डा. अनुपम भाटिया ने बताया कि हिंदू कन्या महाविद्यालय के निकट टीम ने शनिवार को दबिश दी तो यहां छात्राएं एक साथ ऑनलाइन परीक्षा दे रही थी। जिस पर टीम ने 18 छात्राओं को पकड़ा है और उनकी यूएमसी बना दी गई है। उन्होंने बताया कि युनिवर्सिटी की ओर से सभी कोचिंग सेंटर, लाइब्रेरी, इंटरनेट कैफे आदि से अपील की गई है कि वे अपने संस्थान, दुकान पर किसी भी विद्यार्थी को ऑनलाइन परीक्षा ना देने दें। भविष्य में कोई संस्थान दुकान ऐसा करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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