नगर निगम के 2 क्लर्क सस्पेंड, सचिव समेत 3 को शोकॉज नोटिस और 3 को वॉर्निंग

हिसार। प्रॉपर्टी टैक्स तथा एनडीसी की फाइलों को लेकर नगर निगम की हो रही किरकिरी को देखते नगर निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। पेंडिंग फाइलों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए निगमायुक्त दहिया ने हाउस टैक्स ब्रांच के क्लर्क दीपक और सूरजभान को सस्पेंड कर दिया। साथ ही क्लर्क पूनम, रजनीश और पवन को चेतावनी दी, जबकि सचिव नवीन नांदल, सोनू और विजय को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। बता दें कि 3 सप्ताह पूर्व निगमायुक्त दहिया ने टैक्स ब्रांच की बैठक लेते हुए चेतावनी दी कि कि पब्लिक डीलिंग से जुड़े फाइलों को अटकाने की बजाय तय समय से उसका निपटान करो, नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहो। निगमायुक्त की चेतावनी को ब्रांच को क्लर्क ने गंभीरता से नहीं लिया और उन्हें सोमवार को कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
बैठक कर मांगी थी स्टेट्स रिपोर्ट
नगर निगम के मुख्य सभागार में निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने सोमवार को हाउस टैक्स शाखा की बैठक की। जिसमें अतिरिक्त निगम आयुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा, संयुक्त आयुक्त बेलिना, उप-निगम आयुक्त वीरेंद्र साहरण, एक्सईन संदीप सिहाग, एमई सुनील लाम्बा, सचिव नवीन कुमार सहित शाखा के कर्मचारी मौजूद रहें। बैठक के दौरान निगमायुक्त ने हाउस टैक्स की पेंडिंग फाइलों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी। हाउस टैक्स, एनडीसी की फाइल पेंडिंग होने 45 दिन से ज्यादा समय तक पेंडिंग होने पर और आरटीएस के बाहर होने के चलते निगमायुक्त ने कर्मचारियों पर नाराजगी जाहिर की। वहीं, फाइल पेंडिंग होने के चलते निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने क्लर्क दीपक और सूरजभान को सस्पेंड कर दिया। साथ ही क्लर्क पूनम, रजनीश और पवन को चेतावनी दी, जबकि सचिव नवीन नांदल, सोनू और विजय को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
2 सप्ताह का दिया समय
निगम आयुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनकी पेंडिंग फाइलों के कारण आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है। पिछली बार पूरी व्यवस्था बनाने, हेल्प डेस्क बनाने और काम का बंटवारा करने के बावजूद भी वे काम नहीं कर पा रहे। वे उनके काम से संतुष्ट नहीं है। फाइलें फिर भी पेंडिंग रह रही है। इसलिए पेंडिंग फाइल को पूरा करने के लिए दो हफ्ते का अंतिम अवसर दिया।
पब्लिक डीलिंग में सुधार की दी थी चेतावनी
निगमायुक्त ने करीब तीन सप्ताह पहले प्रॉपर्टी टैक्स, एनडीसी की फाइलों को लेकर मीटिंग की थी। इस मीटिंग में निगम आयुक्त ने सभी क्लर्कों को चेतावनी दी थी कि वे पब्लिक डीलिंग में सुधार कर लें अन्यथा उन पर कार्रवाई की जाएगी। बाकायदा निगमायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि अगर उनके खिलाफ सरकार को लिख दिया तो आगे सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। बैठक के बाद निगमायुक्त ने अधिकारियों के साथ हाउस टैक्स शाखा का निरीक्षण भी किया।
ये थी फाइल पेंडिंग
निगम में 11 अक्टूबर से लेकर 2 दिसंबर तक 1898 फाइलें ऑनलाइन आई थी। ये वे फाइलें थी, जिस पर ऑब्जेक्शन लगे हुए थे। इसमें 1628 फाइलें ही आरटीएस में थी। 270 फाइलें आरटीएस से बाहर मिली। जिसमें सूरजभान की 67, पूनम की 29, सोनू व गुरविंदर की 10, विजय की 8, दीपक की 73, रजनीश की 54, पवन की 29 फाइल आउट ऑफ आरटीएस मिली। इस कारण निगम आयुक्त ने दो को सस्पेंड, दो को नोटिस और बाकी को वॉनिंर्ग जारी की।
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