हरियाणा में एक साल में लगाए जाएंगे 3 करोड़ पेड़-पौधे

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) ने विश्व पर्यावरण दिवस पर कहा कि प्राकृतिक ऑक्सीजन को लेने के लिए प्रदेश में एक साल में 3 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। हरियाणा (Haryana) में पंचायत की 8 लाख एकड़ भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि पर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे जिसका नाम ऑक्सी वन होगा। इतना ही नहीं एक वर्ष में लगे सभी पेड़ों का नाम भी ऑक्सी वन रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने करनाल के सेक्टर 4 के समीप मुगल कैनाल पर वन विभाग की जमीन पर ऑक्सी वन की शुरूआत की। साथ ही मुख्यमंत्री, वन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद संजय भाटिया, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिवजी. अनुपमा ने भी पंचवटी पौधारोपण किया। इस पंचवटी में बेल, बरगद, आंवला, पीपल व अशोक के पेड़ों का पौधारोपण किया। इसके अलावा, 3 अन्य परियोजनाओं की भी इसी कार्यक्रम से शुरुआत की, गई, इनमें प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम, नगर वन पंचकूला का शिलान्यास, कुरुक्षेत्र तीर्थ के 134 स्थलों पर पंचवटी पौधारोपण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में सबसे बड़ी समस्या ऑक्सीजन की हुई जोकि हमें पेड़-पौधों से मिलती है। प्राण वायु का कोई विकल्प नहीं, इसी कारण से इसका नाम ऑक्सी वन रखा गया है। कोरोना काल में जो भी ऑक्सीजन प्रयोग की गई वह कृत्रिम थी और प्रदेश में 300 एमटी की सप्लाई का प्रबंध किया गया।
एग्रो फोरेस्टी करने वाले किसान को 3 वर्ष तक 10 हजार रुपये प्रोत्साहन स्वरूप देगी सरकार
मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत की शुरूआत की गई थी ताकि भविष्य की पीढ़ी के लिए पानी की बचत की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए धान की रोपाई को बंद करके अन्य फसल बीजने पर सरकार द्वारा प्रति एकड़ 7 हजार रुपये देने का निर्णय लिया गया था, परंतु अब सरकार ने निर्णय लिया है कि जो भी किसान एग्रो फोरेस्टी करता है और अपनी जमीन पर 400 पेड़ लगाता है तो उसको हरियाणा सरकार 7 हजार रुपये की जगह 10 हजार रुपये 3 वर्ष तक देगी। उन्होंने कहा कि वृक्षों को बचाना जरूरी है, इसके लिए ऐसे सेवक जो वृक्षों का रखरखाव करते हैं उनका मान-सम्मान हो।
मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस, जिसका विषय 'पारिस्थितिकी तंत्र-बहाली' है, के अवसर पर बोलते हुए कहा कि कोविड महामारी संकट और तत्काल आवश्यकता को देखते हुए जीवन रक्षक ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए अधिक से अधिक प्राकृतिक कारखानों की स्थापना पर बल दिया जाना आवश्यक है ताकि भविष्य में लोगों को कोई परेशानी ना हो।
पंचकूला शहर के निवासियों के लिए उपहार
उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा पंचकूला शहर के निवासियों के लिए उपहार स्वरूप बीड़ घग्गर में सौ एकड़ क्षेत्र में कुल एक करोड़ रुपये की लागत से ऑक्सी वन, पंचकूला की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वन के विकास से यहां प्रकृति को और हराभरा किया जाएगा ताकि पंचकूला के निवासी ताजा ऑक्सीजन में सांस ले सकेंं, प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहें और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार, ऑक्सी वन, करनाल को पुरानी बादशाही नहर (जिसे मुगल नहर के रूप में भी जाना जाता है) पर 80 एकड़ के क्षेत्र में कुल 4.2 किलोमीटर की लंबाई में बनाया जाएगा और इस पर कुल पांच करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी।
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