Fatehabad : गर्मी बढ़ने से 50 लाख यूनिट प्रतिदिन बिजली की खपत हो रही है फतेहाबाद डिवीजन में

सुरेन्द्र असीजा/फतेहाबाद। जून माह में इस बार अब तक प्री मानसून की बरसात न होने का सीधा असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा है। जून मास में बिजली आपूर्ति की डिमांड एकदम से 7 करोड़ यूनिट बढ़ गई। यही कारण है कि विद्युत निगम को गांवों को छोड़िए, शहरों में भी बिजली के अघोषित कट लगाने पड़ रहे हैं।
इतना ही नहीं, रात के समय तो हालात ओर भी खराब हो जाते हैं। रात के समय बिजली निगम को मजबूरन कम वोल्टेज में बिजली मुहैया करवानी पड़ रही है। अगर जल्द ही अच्छी और नियमित बारिश नहीं हुई तो आने वाले दिन बिजली आपूर्ति के लिहाज से ओर भी बदतर हो सकते हैं। फतेहाबाद डिवीजन में प्रतिदिन की बात की जाए तो अप्रैल माह में 16 लाख 22 हजार यूनिट प्रतिदिन की डिमांड थी, जोकि मई में बढ़कर 27 लाख 85 हजार यूनिट तक जा पहुंची। हालांकि इस बार अप्रैल और मई में मौसम पिछले सालों की अपेक्षा ठंडा था। जून माह में यह डिमांड बढ़कर 50 लाख यूनिट प्रतिदिन तक आ पहुंची। इसकी पुष्टि खुद बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता भी कर रहे हैं। कम बारिश के चलते बिजली की डिमांड एकदम से बढ़ गई है, जिसके चलते बिजली आपूर्ति में परेशानी आ रही है।
बारिश न होने पर जुलाई में डिमांड 17 करोड़ यूनिट करेगी पार
फतेहाबाद डिवीजन में फतेहाबाद शहर, रतिया शहर, बड़ोपल व भट्टूकलां पड़ते हैं। अप्रैल के मुकाबले जून में तीन गुणा बिजली की डिमांड बढ़ गई है। विद्युत निगम के औपचारिक आंकड़ें भी यही कह रहे हैं। इसी साल अप्रैल में जिले में बिजली की कुल डिमांड 4 करोड़ 86 लाख 71 हजार यूनिट थी। मई में यह बढ़कर 8 करोड़ 35 लाख 35 हजार और जून में अब तक यह बढ़कर 15 करोड़ 50 लाख यूनिट तक जा पहुंची है। बिजली निगम के अधिकारियों की चिंता भी इसी कारण बढ़ रही है। अगर बारिश नहीं हुई तो अगले माह बिजली डिमांड बढ़कर 17 करोड़ यूनिट से अधिक चली जाएगी। इतनी बिजली का इंतजाम करना बिजली निगम के अधिकारियों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। अप्रैल माह में फतेहाबाद में प्रतिदिन 16 लाख यूनिट की डिमांड थी जोकि मई में बढ़कर 27 लाख हो गई और जून में यह आंकड़ा 50 लाख यूनिट प्रतिदिन तक पहुंच गया।
मेनपावर कमजोर, शिकायत केन्द्र पर कोई सुनने वाला नहीं
मेनपावर के हिसाब से निगम पहले ही कमजोर है। पूरे शहर में 4-5 कर्मचारी ही ट्रिपिंग होने व बार-बार ट्रांसफार्मर उड़ने की समस्या के समाधान में लगे हैं। यही स्थिति रही तो अगले महीने खासतौर पर रात के समय घरों में पूरी रात एसी चलेंगे। ऐसे में लोड बढ़ते ही ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं भी बढ़ेंगी। ऐसे में कमजोर मेनपावर समस्या को ओर बढ़ाने का काम करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि भट्टू रोड स्थित 33 केवी सब स्टेशन के शिकायत केन्द्र पर तैनात कर्मचारी ठेके पर हैं। शहर में कट लगने पर फोन उठाये या ना उठाये, ये उनकी मर्जी पर निर्भर करता है। शिकायत केन्द्र का नंबर लगातार बजता रहता है, उठाने वाला कोई कर्मचारी नहीं होता।
बिजली निगम भी सुधार के लिए नहीं छोड़ रहा कोई कसर
ऐसा नहीं है कि बिजली निगम ने गर्मी में लोड बढ़ने की स्थिति से निपटने का कोई इंतजाम नहीं किया। निगम ने अपनी तरफ से कोई कसर भी नहीं छोड़ी। फतेहाबाद के भट्टू रोड स्थित 33 केवी सब स्टेशन की क्षमता 26 एमवीए से बढ़ाकर 28 एमवीए की गई है। ऐसे ही बनगांव में 10 एमवीए से 20 एमवीए, हुडा सैक्टर में 16.3 एमवीए से 20 एमवीए, भट्टू सोतर में 10 से 20 एमवीए, कुलां में 10 से 20 एमवीए, हड़ौली में 24.3 से 28 एमवीए तक क्षमता बढ़ाई गई है। इसके अलावा 33 केवी के 7 लाइनों के कंडेक्टर बदले गए हैं। भिरड़ाना, हड़ौली, कमाना, महमदगी, अजीतनगर, ढाणी रायपुर व लालवास में भी क्षमता में सुधार किया गया है।
बारिश न होने से बिजली की डिमांड बढ़ती है तो उत्तरी ग्रिड भी ओवरलोड हो जाता है। उत्तरी ग्रिड ओवरलोड होने से पानीपत सिस्टम ऑपरेशन के पास बिजली कटौती का संदेश आता है। मजबूरन उन्हें बिजली बंद करनी पड़ती है। इस बार प्री मानसून की बारिश न होने से बिजली की डिमांड एकाएक बढ़ गई है। इस बारे उपभोक्ता को बिजली खपत कम करने की कोशिश करनी चाहिए। बरसात होते ही सारी स्थिति सामान्य हो जाएगी। - संदीप मेहता, कार्यकारी अभियंता, द.ह.बि.वि. निगम फतेहाबाद
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