नॉर्थ जॉन एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हरियाणा के इस दादा का लोहा, पौत्र-पौत्रियों के साथ 11 गोल्ड सहित 13 मेडल जीते

हरिभूमि न्यूज : बाढड़ा ( चरखी दादरी )
हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बाढड़ा निवासी बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने एक बार फिर अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया है। 72 वर्षीय खिलाड़ी ने इंडियन एथलेटिक्स मीट द्वारा आयोजित नॉर्थ जॉन एथेलेटिक्स प्रतियोगिता में अपने दो पौत्र व एक पौत्री के साथ मिलकर 11 गोल्ड सहित कुल 13 मेडल हासिल किए हैं। उनकी इस जीत पर क्षेत्र के लोगों ने खुशी का इजाहर करते हुए उनको बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि मूल रूप से भांडवा निवासी व वर्तमान में बाढड़ा में रह रहे रामकिशन शर्मा ने बीते सात सालों के दौरान स्टेट, नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 150 से अधिक मेडल हासिल किए हैं। वर्तमान में उन्होंने रोहतक के बोहर में 22 से 24 सितंबर तक आयोजित नॉथ इंडिया मीट प्रतियोगिता में भागदारी की। इस प्रतियोगिता में हरियाणा,पंजाब, उत्तरप्रदेश, उतराखंड , हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के खिलाडि़यों ने भाग लिया। सात राज्यों के प्रतिभागियों के बीच हुई इस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में रामकिशन शर्मा ने अपने आयु वर्ग की 60 मीटर दौड़ए 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़ व लौंग जंप में पहला स्थान हासिल करते हुए कुल चार मेडल हासिल किए। उनकी इस जीत पर क्षेत्र के खेल प्रेमियों ने उन्हें जीत की बधाई दी।
पौत्र-पौत्रियों ने भी जीते मेडल
रामकिशन शर्मा के साथ इस प्रतियोगिता में उनके दो पौत्रों व एक पौत्री ने भी भागेदारी करते हुए शानदार खेल प्रदर्शन किया। उनकी पौत्री व हड़ौदा कलां के आरके इंटरनेशनल स्कूल की बारहवीं कक्षा की छात्रा मुस्कान ने 60 मीटर, ट्रिप्ल जंप व हाई जंप में प्रथम स्थान हासिल कर तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किए। वहीं नौंवी कक्षा में पढने वाले उनके पौत्र लविश ने 60 मीटर दौड़ व ट्रिप्ल जंप में गोल्ड और लौंग जंप में सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके अलावा राजकीय महाविद्यालय मांढी हरिया के बीकॉम द्वीतीय वर्ष के छात्र व रामकिशन शर्मा के पौत्र रवि शर्मा ने ट्रिपल जंप और हाई जंप में गोल्ड व 60 मीटर दौड़ में कांस्य पदक हासिल किया।
आर्थिक सहायता की मांग की
बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी स्टेट प्रतियोगिता से लेकर विदेश धरती तक अपनी खेल प्रतिभा का दम दिखा चुके हैं। नेपाल में आयोजित इंटरनेशनल प्रतियोगिता में वे भारत का प्रतिनिधित्व कर वहां तिरंगा लहरा चुके हैं। इसके अलावा देश के कोने.कोने में जाकर मेडल हासिल किए हैं। अब तक रामकिशन शर्मा 150 से अधिक मेडल झटक चुके हैं। लेकिन सरकारए प्रशासन या किसी संस्था द्वारा उनकी सुध नहीं ली गई है। खिलाड़ी ने सराकार व प्रशासन से मांग की है कि खेल प्रतिभाओं में भाग लेने के लिए आने.जाने पर होने वाले खर्च और उनकी डाइट के लिए कुछ आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए ताकि वे अपने खेल सफर को जारी रख सके।
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