Abhay Chautala बोले : सरकार ने गन्ना के रेट में मामूली वृद्धि कर किसानों के साथ किया धोखा

- भाजपा गठबंधन सरकार किसानों को कमजोर करने में लगी और शूगर मिल मालिकों को पहुंचा रही फायदा
- गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना की फसल के उत्पादन में खाद, बीज, दवाइयां, डीजल और अन्य चीजों के दाम का जो खर्च आता है, वो अधिक बढ़ा
Haryana : इनेलो राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा गन्ने की फसल का रेट मात्र 14 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा कर 386 रुपए प्रति क्विंटल करने को नाकाफी बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने एक बार फिर से किसानों के साथ धोखा किया है। पिछले कई सालों से महंगाई लगातार बेतहाशा बढ़ती जा रही है जिसको ध्यान में रखकर गन्ने की फसल का रेट तय किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार किसानों को कमजोर करने में लगी है और शूगर मिल मालिकों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। चीनी उद्योग ऊर्जा आधारित उद्योग है जिसमें गन्ने को कच्चा माल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है और गन्ने की पिराई करने से चीनी के अलावा चार और बाय प्रोडक्ट निकलते हैं। पहला, बगास (खोई) निकलता है जो अगले साल चीनी उत्पादन में ही एक फ्यूल के तौर पर काम आता है। दूसरा, प्रेसमड निकलता है जिसमें सल्फर की मात्रा अधिक होने सेे सल्फर की खाद के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। तीसरा मोलासिस (सीरा) निकलता है जो इथनॉल और शराब बनाने के साथ-साथ और भी उद्योगों में इस्तेमाल होता है और चौथा चीनी बनाते समय जो ट्रबाइन चलती है, उससे जो बिजली पैदा होती है वो जरूरत से अधिक पैदा होती है जिसे बेच कर भी शूगर मिल मालिक मोटा मुनाफा कमाते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना की फसल के उत्पादन में खाद, बीज, दवाइयां, डीजल और अन्य चीजों के दाम का जो खर्च आता है वो बहुत अधिक बढ़ गया है। आम उपभोक्ता को भी चीनी महंगी मिल रही है जिससे किसानों के साथ आम जनता को भी लूटा जा रहा है। इस साल सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता 8 प्रतिशत के हिसाब से दिया गया है तो किसानों को गन्ने के रेट में 3.76 प्रतिशत की बढ़ोतरी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि गन्ना उत्पादन की लागत बढ़ गई है तो गन्ना का रेट भी उसी अनुपात में बढ़ना चाहिए और किसानों को गन्ना का रेट 450 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से देना चाहिए।
यह भी पढ़ें - Jind : संदिग्ध हालात में व्यक्ति ने लगाया फांसी का फंदा
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS