किसानों पर लाठीचार्ज करना बेहद निंदनीय और कायरतापूर्ण भरा कदम : अभय सिंह चौटाला

किसानों पर लाठीचार्ज करना बेहद निंदनीय और कायरतापूर्ण भरा कदम : अभय सिंह चौटाला
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चौटाला ने किसानों द्वारा काले कृषि कानूनों को रद्द करने की मांगों को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन को जायज बताते हुए कहा कि देश का संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की इजाजत देता है।

इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने करनाल के बसताड़ा टोल पर किसानों पर किए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं न कि देश के दुश्मन। किसान शांतिपूर्वक ढंग से अपनी मांगों को लेकर टोल पर प्रदर्शन कर रहे थे, ऐसे में उन पर भाजपा की खट्टर सरकार द्वारा लाठीचार्ज करना बेहद निंदनीय और कायरता पूर्ण भरा कदम है। लाठीचार्ज की घटना की जितनी भतर्सना की जाए उतनी कम है। धारा 144 की आड़ में भाजपा सरकार ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं। इस कुकत्र्य के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

किसानों पर हुए लाठीचार्ज में 70 साल के बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ा गया और निर्दयता से खेतों में भगा-भगा कर पीटा गया। निर्दोष किसानों के सिर फोड़े गए, उनकी टांगे, बांहे, और नाक की हड्डी तक तोड़ दी गई जिस कारण से किसान बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। खट्टर की गूंगी-बहरी और तानाशाह सरकार आज हरियाणा प्रदेश में भाई से भाई को लड़वा रही है।

उन्होंने कहा कि आज ही नवींकरण के बाद जलियांवाला बाग खुला है जहां अंग्रेज शासकों ने क्रूरता की सभी हदों को पार करने वाले जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था और आज ही खट्टर सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज कर उस खौफनाक मंजर को दोहरा दिया है। किसानों पर किए गए लाठीचार्ज ने तानाशाही सोच वाले अंग्रेजों के शासन की याद ताजा कर दी हैं।

अभय सिंह चौटाला ने किसानों द्वारा काले कृषि कानूनों को रद्द करने की मांगों को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन को जायज बताते हुए कहा कि देश का संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की इजाजत देता है। उन्होंने प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि सभी दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर किसानों का समर्थन करें और किसानों के पक्ष में एकजुट होकर खड़े हों।

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