प्रशासनिक अफसर कोरोना संक्रमण की रोकथाम में उलझे, लोगों को लूटने में लगे जमाखोर

प्रशासनिक अफसर कोरोना संक्रमण की रोकथाम में उलझे, लोगों को लूटने में लगे जमाखोर
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नांगल चौधरी पुलिस ने छापेमारी करके एक गोदाम में भारी मात्रा में गुटखे बरामद किए। यहां सीलबंदी को तीन दिन बीत चुके, अभी तक संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। कार्रवाई नहीं होने पर बाजार के लोग मिलीभगत व पैसे के लेनदेन की आशंका व्यक्त करने लगे हैं।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल (नांगल चौधरी)

कोरोना संक्रमण बढ़ते ही जमाखोरों ने लोगों को लूटने का जाल बिछा लिया। दैनिक उपयोगी वस्तुओं का स्टॉक करके एक रुपये की सामग्री को 10 में बेचना शुरू कर दिया। शिकायत मिलने पर नांगल चौधरी पुलिस ने छापेमारी करके एक गोदाम में भारी मात्रा में गुटखे बरामद किए। यहां सीलबंदी को तीन दिन बीत चुके, अभी तक संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। कार्रवाई नहीं होने पर बाजार के लोग मिलीभगति व पैसे के लेनदेन की आशंका व्यक्त करने लगे हैं।

इन दिनों कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से पूरा देश भयभीत है। मरीजों को अस्पतालों में बैड, आक्सीजन, वेंटीलेटर व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही। मौत की दर बढ़ने पर सरकार ने अलर्ट घोषित कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश हैं। इसी व्यस्तता की आड़ लेकर जमाखोर सक्रिए हो गए। जिन्होंने दैनिक उपयोगी वस्तुओं का स्टॉक करके कालाबाजारी करनी शुरू कर दी। सर्वाधिक कालाबाजारी गुटखे, जर्दा, गणेश, कुबेर की बिक्री में हो रही है। अवैध स्टॉक की वीडियो क्लिप वायरल होने पर एसपी चंद्रमोहन ने नांगल चौधरी थाना प्रभारी को छापेमार कार्रवाई के निर्देश दिए थे। वीडियो क्लीप में जगह की शिनाख्त होने पर एसएचओ ने स्टीक छापा मारा। गोदाम के मालिक को मौके पर बुलाया, लेकिन चाबी मांगने पर उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने वीडियो रिकार्डिंग के साथ ताला तोड़ने का अल्टीमेटम दिया। पुलिस के तीखे तेवरों को भांपकर व्यापारी ने गोदाम खोल दिया। जिसमें गुटखों का भारी मात्रा में स्टॉक देखकर पुलिस हैरान रह गई। निर्णय लिया गया फूड सेफ्टी व सेल टैक्स विभाग को जांच व कार्रवाई का जिम्मा सौंपा जाए।

एसएचओ ने सीएमओ को शिकायत दर्ज करवाकर अधिकारी भेजने की हिदायत दी। किंतु कोरोना व्यस्तता के चलते उन्होंने शुक्रवार को कार्रवाई करने भरोसा दिया। परंतु शनिवार का दिन बीत जाने के बावजूद भी किसी अधिकारी ने सीलबंद गोदाम का निरीक्षण नहीं किया। लेटलतीफी होने पर लोगों ने विभागीय अधिकारियों के साथ मिलीभगत व पैसे लेनदेन की आशंका व्यक्त करनी शुरू कर दी।

कोरोना काल में जमाखोरी करना शर्मनाक, कार्रवाई की मांग

शहर के प्रबुद्धजनों ने कोरोना काल में दैनिक उपयोगी वस्तुओं की कालाबाजारी पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक संगठन अपने स्तर पर पीडि़तों की मदद कर रहे हैं। इधर कुछ स्वार्थियों ने मजबूरी का फायदा उठाते हुए लोगों को लूटना शुरू कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों को ऐसे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए।

सीआईडी के अधिकारी निष्क्रिय, जनता परेशान

अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने व कार्रवाई को लेकर सरकार ने थाना स्तर पर सीआईडी के कर्मचारी नियुक्त कर दिए, लेकिन नांगल चौधरी में सीआईडी निष्क्रिय हो चुकी है। जिस कारण अवैध कारोबार तथा कालाबाजारी जैसी शिकायतें बढ़ गई। जिससे सरकार की छवि खराब होने के अलावा आमजन को लूट का सामना करना पड़ रहा है।

50 हजार की जीएसटी बिल पर पांच लाख का माल बिक्री

सूत्रों की मानें तो गुटखे, जर्दे के थोक विक्रेता 50 हजार की जीएसटी के बिल पर पांच लाख का माल मंगवाते हैं। अधिकारी की छापेमारी पर जीएसटी का बिल दिखाकर गुमराह करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने बताया कि गहनता से छानबीन हुई तो करोड़ों का घोटाला उजागर हो सकता है। हैरानी की बात है कि बिल पर नाममात्र की बिक्री दर्शाते हैं। जिस कारण अवैध स्टॉक पकड़ने पर परेशानी रहती है।

सीएमओ कार्यालय को कार्रवाई के लिए लिख दिया

एसएचओ मेहर सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम नांगल चौधरी एक गुटखों से भरे गोदाम पर सील लगाई थी। जिस पर कार्रवाई करने की पावर फूड सेफ्टी विभाग या सीएमओ को है। संबंधित विभाग को मैसेज भेज दिया, लेकिन अभी तक गोदाम की जांच करने के लिए कोई जिम्मेदार अफसर नहीं आया है।

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