350 दिनों बाद किसान नेताओं ने खुद रिबन काटकर शुरू किया बसताड़ा टोल

कमल धीमान : घरौंडा
किसान आंदोलन के कारण बंद चल रहे एनएच का बसताड़ा टोल प्लाजा करीब 350 दिनों के बाद एक बार फिर शुरू हो गया है। टोल प्लाजा पर सोमवार सुबह किसानों ने रिबन काट कर टोल प्लाजा को शुरू करवाया दिया है। बसताड़ा टोल प्लाजा बंद रहने से सरकार को 300 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान हो चुका है। बीते वर्ष 25 दिसंबर को किसानो के विरोध के बाद टोल फ्री हुआ था।
किसान आंदोलन के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रही वाहनों की टोल फ्री यात्रा पर ब्रेक लग गई है। सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच हुए समझौते के बाद बार्डर से किसानो की वापसी के साथ सोमवार से टोल टैक्स लगना शुरू हो गया है। टोल प्लाजा के सभी बूथों पर कम्प्यूटर सिस्टम ऑन कर दिए गए है और कर्मचारी तैनात हो चुके है। किसान नेता जगदीप ,राजिंदर आर्य ने हाइवे की दशा और टोल की व्यवस्था के साथ टोल कर्मियों का व्यवहार अच्छा रखने की मांग की है ।
टोल से हर रोज गुजरते है करीब 50 हजार वाहन
टोल से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बसताड़ा टोल से रोजाना 30 से 35 हजार छोटे वाहन गुजरते है जिनमे कार व जीप जैसे व्हीकल शामिल है। वही प्रतिदिन 8 से 10 हजार बड़े व भारी वाहनों की क्रासिंग होती है। टोल फ्री होने से पहले बसताड़ा टोल से सरकार को प्रतिदिन करीब 70 लाख का राजस्व मिल रहा था। 25 दिसम्बर 2020 से टोल फ्री चल रहा है जिससे 300 करोड़ से अधिक हानि सरकार को हो चुकी है।
बता दे कि बीती 5 दिसम्बर 2020 को एनएचएआई ने टोल आपरेट कर रही कम्पनी सोमा रोडीज को टर्मिनेट कर दिया था। इसके बाद हाइवे ऑथोरिटी ने टोल वसूली का जिम्मा ईगल कम्पनी को दिया लेकिन 25 दिसम्बर को टोल फ्री होने की वजह से टोल चालू नहीं हो पाया। बसताड़ा टोल के लिए एनएचएआई ने नया अनुबंध पाथ इण्डिया के साथ किया है। 3 दिसम्बर 2021 से पाथ इण्डिया का अनुबंध शुरू है।
ये है नई टोल दरे
वाहन एकल यात्रा आना-जाना मासिक पास
कार, जीप, वैन 125- 190- 3760
एलसीवी, मिनी बस 220 - 335- 6670
बीएस, ट्रक ( 2 एक्सल ) 445- 665- 13335
बहुधुरिया वाहन 715- 1070 - 21430
टोल भुगतान में रिटर्न यात्रा की छूट व मासिक भुगतान की सुविधा केवल फास्टैग युक्त वाहनों के लिए दी गई है। जबकि नकद टोल भुगतान करने वालो को प्रत्येक टोल क्रासिंग पर पूरा भुगतान करना पड़ेगा। वही टोल प्लाजा से दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र के वाहनों के लिए 150 रूपये में व 20 किलोमीटर के दायरे के लिए 300 रूपये के मासिक पास की सुविधा दी गई है।
अधिकांश वाहन चालकों को आयी परेशानी
किसान आंदोलन समाप्ति के बाद टोल दोबारा टोल शुरू होने का आज पहला दिन था। अधिकांश वाहन चालकों को ये उम्मीद नहीं थी की आज टोल शुरू हो जायेगा। जिसके चलते सुबह के समय टोल के अधिकाँश बूथों पर काफी समय तक अव्यवस्था देखने को मिली है। सुबह के समय फ़ास्ट टैग न चलने को लेकर व् गलत लेन में एंट्री को लेकर कई वाहन चालक टोल कर्मियों से कहा सुनी करते दिखे है। वाहन चालक हंसराज ,विक्रम ,केवल कृष्ण आदि का कहना है कि किसान आंदोलन के चलते पिछले एक साल से टोल बंद रहा था। आज दोबारा शुरू हो गया है। टोल शुरू होने से सरकार को राजस्व का लाभ होगा। जो कही न कही देश की उन्नति में काम ही आएगा। बाकि टोल के रेट बढ़ाकर ठीक नहीं किया है। क्योकि अभी तक काफी जनता कोरोना से उभरी नहीं है। टोल कंपनियों को चाहिए की जब वे टोल लेती है तो जीटी रोड की सड़के व् लाइटों की भी सही ढंग से व्यवस्था करवाए।
आज सुबह बसताड़ा टोल को दोबारा से चालू कर दिया गया है। एन एच आई के अधिकारीयों ने भी टोल व्यवस्था का जायजा लिया है।टोल पर सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गयी है। किसी भी वाहन चालक को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। - मुनीष शर्मा टोल मैनेजर
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