ब्लैक फंगस, कोरोना के बाद अब डेंगू के डंक से बचाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

ब्लैक फंगस, कोरोना के बाद अब डेंगू के डंक से बचाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
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भिवानी में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुरू किए गए अभियान के तहत जहां लोगों को डेंगू और मलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं डेेंगू के मच्छरों के डंक को समाप्त करने के लिए नगर परिषद को जहां शहर में फॉगिंग का जिम्मा सौंपा गया है ।

कुलदीप शर्मा.भिवानी

ब्लैक फंगस, कोरोना महामारी के बीच अब शहर के लोगों को मलेरिया व डेंगू के डंक से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। एक जून से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुरू किए गए अभियान के तहत जहां लोगों को डेंगू और मलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं डेेंगू के मच्छरों के डंक को समाप्त करने के लिए नगर परिषद को जहां शहर में फोगिंग का जिम्मा सौंपा गया है ।

फिलहाल प्री मानसून की बरसात हुई है तो अभी शहर में फोगिंग की आवश्यकता नहीं है लेकिन इस बरसात के साथ ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। स्वास्थ्य विभाग लारवा को समाप्त करने के साथ साथ अगर कोई केस सामने आता है तो उस पर नजर बनाए रखेगा तथा जिस भी क्षेत्र में डेंगू या मलेरिया का केस मिलेगा वहां पर पूरी सतकर्ता के साथ काम किया जाएगा ताकि डेंगू व मलेरिया को बढ़ने से पहले ही ब्रेक लगा दिए जाए।

बारिश के बाद जमा होने वाले पानी में पनपते हैं मच्छर

जब भी मानसून की बरसात शुरू होती है तो मच्छरों की तादात भी बढ़ जाती है। बारिश के बाद कई स्थानों पर कई कई दिनों तक गड्ढों में पानी जमा रहता है जिस पर मच्छर अंडे दे देते हैं तथा उनकी तादाद बढ़ती रहती है। फोगिंग मशीन से निकलने वाला धुआं व्यस्क मच्छरों को मारने का कार्य करता है जबकि गड्ढों में जमा हुए पानी पर पनपने वाला लारवा समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग काला तेल का छिड़काव करते हैं इससे पानी के उपर एक सतह बन जाती है तथा लारवा सांस नहीं लेने के चलते मच्छर बनने से पहले ही समाप्त हो जाता है।

अपने स्तर पर कर सकते हैं इस तरह बचाव

इस बारे में जब नागरिक अस्पताल के डाक्टर रघुबीर शांडिल्य से बात हुई तो उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर हमेशा दिन में काटता है तथा डेंगू का मच्छर काटने पर बहुत ज्यादा दर्द होता है। इसी प्रकार मलेरिया का मच्छर सुबह व शाम के समय काटता है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि घर पर रहे या बाहर जाए हमेशा शरीर को ढक कर रखे। कैपरी, निक्कर,हाफ बाजू की शर्ट या टीशर्ट ना पहने क्योंकि जिस स्थान पर मच्छर को बैठने के लिए जगह मिल जाएगी वहीं पर काटेगा जिससे डेंगू व मलेरिया होने का डर बना रहता है। इसके अलावा एक सप्ताह में एक बार घर की छत पर जाकर अवश्य देंखे कि कोई बर्तन या टारय तो नहीं रखा है वहां जिससे उसमें पानी जमा हो गया हो तथा मच्छर पनप रहे हो। कूलर को सप्ताह में एक बार अच्छी से साफ करें।

पानी जमा दिखे तो यह करें

कोरोना महामारी के साथ साथ डेंगू व मलेरिया की निपटने की तैयारी कर रहे स्वास्थ्य विभाग का साथ शहर का आम नागरिक भी दे सकता है। इसके लिए उन्हें बस इतना करना होगा कि अगर घर के आस पड़ोस या किसी स्थान पर गड्ढे में जमा पानी दिखाई देता है तो या तो उसमें मिट्टी डालकर उसको बंद कर दे या फिर उस पानी में काला तेल, मिट्टी का तेल या फिर पेट्रोल या डीजल की कुछ बूंदे डाल दे। इससे पानी के उपर एक सतह बन जाएगी जिससे लारवा मच्छर का रूप नहीं ले पाएगा। जिम्मेवार नागरिक होने के नाते शहर के लोग इतना तो कर सकते हैं तथा सामाजिक संस्था या समाजसेवी इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग का साथ निभा सकते हैं ताकि विभाग का थोड़ा कार्य कम हो जाए तथा शहर भी सुरक्षित रह सके।

शहर के हर घर में पहुंचेंगे कर्मचारी

शहर के लोगों को डेंगू व मलेरिया से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आने वाले दिनों में हर घर पर दस्तक देंगे तथा कूलर, छत, पानी की टंकी में लारवा की जांच करेंगे। जिस घर में डेंगू का लारवा पाया जाता है वहां के मुखिया का नंबर नोट किया जाता है तथा अगले एक सप्ताह तक उससे संपर्क कर यह पता किया जाता है कि परिवार में किसी को बुखार हुआ है या नहीं। इसके साथ साथ लोगों को इस बारे में भी जागरूक किया जाता है कि वो लारवा को पनपने से कैसे रोक सकते हैं।

शनिवार व रविवार को मनाया जाएगा ड्राई डे

इस बारे में सिविल सर्जन डाक्टर सपना गहलावत से बात हुई तो उन्होेंने बताया कि एक जून से हर दिन कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं तथा यह पूरी महीने चलेंगे। उन्होंने बताया कि शनिवार व रविवार को ड्राई डे मनाया जाएगा। इसके तहत शनिवार को कार्यालयों में तथा रविवार को घरों में लोग अपने कूलर, छत पर रखे हुए गमले, टायर, या अन्य ऐसा कोई बर्तन जिसमें पानी एकत्रित होता हो उसको खाली करेंगे ताकि लारवा न पनपने पाए।

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