तीन दिन से लापता किशोरी की हत्या कर शव खेतों में फेंका, दुष्कर्म की आशंका

तीन दिन से लापता किशोरी की हत्या कर शव खेतों में फेंका, दुष्कर्म की आशंका
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हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आरोपियों ने नागरिक अस्पताल में पुलिस के खिलाफ किया प्रदर्शन, मामले की गंभीरता को देख पोस्टमार्टम की करवाई गई वीडियोग्राफी।

हरिभूमि न्यूज. सिरसा

जिले के एक गांव में नाबालिगा की हत्या कर शव खेतों में फेंकने के मामले में परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर नागरिक अस्पताल में पुलिस के खिलाफ रोष जताया। मृतका की मां व ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप जड़े। ग्रामीणों ने एक बार तो यहां तक चेतावनी दे डाली कि जब तक घटना में शामिल आरोपी गिरफ्तार नहीं होते वे शव को नहीं उठाएंगे। देर सायं पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के बाद ले लिया। पुलिस ने तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम से नाबालिगा का पोस्टमार्टम करवाया।

पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई गई। परिजनों के आक्रोश को देखते हुए नागरिक अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया। उधर, पुलिस ने मृतका की मां संतोष की शिकायत पर गांव के ही दूध का काम करने वाले सुरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में रानियां पुलिस थाना के अलावा सीआईए व अन्य टीमें भी घटना को सुलझाने के लिए लगाई गई हैं जो लगातार संदिग्धों पर दबिश दे रही है। उल्लेखनीय है कि बीते दिवस नागालिगा का शव गांव के खेतों में मिला था।

याद रहे कि बीती 26 जुलाई को महिला ने अपनी बेटी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने की अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रानियां थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी। मृतका के परिजनों ने बताया कि उनकी 6 बेटियां हैं। परिवार मेहनत मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर रहा है। बीती 25 जुलाई की शाम को उनकी बेटी गांव में स्थित डेयरी से दूध लेने के लिए गई थी। आरोप है कि डेयरी संचालक ने उसे बैठा लिया और दूध लेने के लिए आए अन्य लोगों को जल्दी-जल्दी दूध देकर निपटा दिया। इसके बाद जब उनकी बेटी दूध लेकर बाहर निकली तो बाहर बैठे एक युवक ने उसे जबरन बाइक पर बैठा लिया और डेयरी पर दूध डालने वाले युवक के साथ मिलकर उनकी बेटी को उठाकर खेतों में ले गए और उसकी हत्या कर शव गांव गिंदड़ा व कुस्सर के बीच खेतों में फेंक दिया। जब काफी देर तक उनकी बेटी दूध लेकर नहीं आई तो उन्हें चिंता हुई। वे डेयरी पर गए तो वह बंद थी।

आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस को भी इस बारे सूचित किया गया, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। रातभर वे मासूम की तलाश करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। बीते दिवस खेतों में उनकी बेटी का शव पड़ा मिला, जिस पर पुलिस को सूचित किया गया। शव मिलने की सूचना पर काफी संख्या में लोग मौके पर एकत्रित हो गए। पुलिस शव को उठाकर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लेकर आई। परिजनों ने डेयरी पर काम कर रहे व बाइक सवार युवक पर उनकी बेटी के साथ दरिंदगी की आशंका व हत्या करने के आरोप लगाए, जिस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा परिजन व ग्रामीण शुक्रवार को नागरिक अस्पताल पहुंचे और घटना में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी पर ही शव उठाने का अल्टीमेटम देने के बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। परिजनों के गुस्से को देखते हुए डीएसपी आर्यन चौधरी भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया।

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