महेंद्रगढ़ : ढाई घंटे की बैठक के बाद मतपेटी में बंद हुआ नगरपालिका चेयरपर्सन का भाग्य, रिजल्ट पर रोक

महेंद्रगढ़ : ढाई घंटे की बैठक के बाद मतपेटी में बंद हुआ नगरपालिका चेयरपर्सन का भाग्य, रिजल्ट पर रोक
X
25 अगस्त को नगरपालिका के आठ पार्षद कमलेश तायल, मंजू महायच, बबीता सैनी, विष्णु कुमार, रमेश कुमार, देवेंद्र सैनी, नरेंद्र खन्ना व तरुण यादव ने एकत्रित होकर उपायुक्त आरके सिंह के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए ज्ञापन दिया था।

हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़

नगर पालिका में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक हुई। बैठक में 10 पार्षद पहुंचे। जबकि चेयरपर्सन व तीन अन्य पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे। वहीं निलंबित पार्षद सुरेंद्र बंटी भी बैठक में नहीं पहुंचे। बैठक में प्रशासन की ओर से एसडीएम व तहसीलदार मौजूद रहे।

बैठक की कार्रवाई सुबह 11 बजे शुरू होनी थी, मगर चेयरपर्सन नहीं पहुंचने के कारण अधिकारियों ने आधा घंटा इंतजार किया गया। इसके बाद आधा घंटा भी चेयरपर्सन नहीं पहुंची तो अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई शुरू की गई। जिसके तहत बैठक में पहुंचे पार्षदों से वोटिंग कराई गई। वोटिंग प्रक्रिया करीब एक घंटा चली। जिसके बाद मतपेटी की सील बंद कर उसे ट्रेजरी में ले जाया गया। इस प्रकार ढाई घंटे चली बैठक में चेयरपर्सन का भाग्य मतपेटी में बंद हो गया, जिसका 28 सितंबर तक इंतजार किया जाएगा। अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी अप्रीय घटना को रोकने के लिए पुलिस के भी व्यापक इंतजाम थे। स्वयं डीएसपी खुशाल सिंह, एसएचओ व सिटी चौकी प्रभारी बैठक में मौजूद रहे।

गौरतलब है कि 25 अगस्त को नगरपालिका के आठ पार्षद कमलेश तायल, मंजू महायच, बबीता सैनी, विष्णु कुमार, रमेश कुमार, देवेंद्र सैनी, नरेंद्र खन्ना व तरुण यादव ने एकत्रित होकर उपायुक्त आरके सिंह के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए ज्ञापन दिया था। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि महेंद्रगढ़ नगरपालिका की चेयरपर्सन रीना गर्ग दायित्वों को निर्वहन करने में असफल रही हैं। ज्ञापन में उन्होंने बताया था कि इस संदर्भ में 17 अगस्त को 2020 को हरियाणा सरकार के असाधारण गजट बैठक 22/2020 में अधिसूचित अध्यादेश-6/2020 (हरियाणा म्यूनिसिपल संशोधन अध्यादेश 2020) के अनुसार हरियाणा अधिनियम 1973 के द्वितीय संशोधन 4 सितंबर 2019 से पहले के अधिनियम की संबंधित धाराएं लागू होंगी। जिस पर उपायुक्त ने उन्होंने एसडीएम विश्राम कुमार मीणा को 26 अगस्त को बैठक निकालने के आदेश दे दिए। एसडीएम ने 28 अगस्त को सभी पार्षदों को 14 सितंबर की बैठक के लिए नोटिस जारी कर दिया। जिसके बाद सोमवार को सुबह 11 बजे बैठक आयोजित की गई। बैठक में सुबह पौने 11 बजे के करीब ही दस पार्षद पहुंच गए। जबकि चेयरपर्सन रीना गर्ग, पार्षद कृष्णा जांगड़ा, मनीष सैनी व मोनिका सैनी बैठक में नहीं पहुंची। वहीं सुरेंद्र बंटी निलंबित होने के कारण बैठक में नहीं गए।

दस पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा लिया

बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। इसमें पहले चेयरपर्सन व अन्य तीन पार्षदों का इंतजार भी किया गया, मगर जब वे नहीं पहुंचे तो आगामी कार्रवाई शुरू की गई। इसके बाद वोटिंग हुई। बैठक में मौजूद सभी दस पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा लिया तथा अपने-अपने वोट मतपेटी में डाल दिए। मतपेटी में वोट डालने के बाद मतपेटी को एसडीएम व तहसीलदार की देखरेख में सील किया गया। सील करने के बाद पेटी को ट्रेजरी में जमा करा दिया गया।

इससे पूर्व भी लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव

इससे पूर्व नगर पालिका चेयरपर्सन रीना गर्ग के लिए वर्ष 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। अविश्वास प्रस्ताव से पहले तीन पार्षदों की सदस्यता को लेकर विवाद हो गया था। नपा चेयरपर्सन ने तीन पार्षदों की सदस्यता को हाईकोर्ट में चैलेंज किया। इन पाषर्दों की सदस्यता के बाद ही नगर पालिका चेयरपर्सन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला होना है। सिंगल बैंच से फैसला आने के बाद यह मामला हाईकोर्ट की डबल बैंच में चल रहा है। अब दुबारा पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव की बैठक बुलाने के लिए पत्र लिखा

हाईकोर्ट के आदेशों के कारण अभी रिजल्ट नहीं बताया जा सकता

इस बारे में एसडीएम विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि बैठक में मौजूद सभी दस पार्षदों ने वोटिंग की है। हाईकोर्ट के आदेशों के कारण अभी रिजल्ट नहीं बताया जा सकता। इसलिए सभी वोट को मतपेटी में बंद कर दिया गया है। मतपेटी को सील कर ट्रेजरी में रखवा दिया गया है। कोर्ट में इस मामले में आगामी डेट 28 सितंबर है, अगर तक कोर्ट रिजल्ट घोषणा के बारे में फैसला करती है तो रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।

Tags

Next Story