यमुना के बाद मारकंडा नदी भी उफान पर, चल रहा 22550 क्यूसिक पानी, साथ लगते गांवों में खतरा

यमुना के बाद मारकंडा नदी भी उफान पर, चल रहा 22550 क्यूसिक पानी, साथ लगते गांवों में खतरा
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मारकंडा नदी के किनारे बसे गांव कठुआ में पानी पूरी सड़कों पर घूम रहा है और खेतों में घड़ी धान की फसल पूरी तरह डूब चुकी है।

शाहबाद ( कुरुक्षेत्र )। पहाड़ों में पिछले सप्ताह से लगातार हो रही बरसात के कारण मारकंडा नदी पूरे उफान पर चल रही है। मीटर रीडर रविंदर ने बताया कि मंगलवार सुबह से 22550 क्योसिक पानी चल रहा है जिस कारण मारकंडा नदी के किनारे बसे गांव कठुआ में पानी पूरी सड़कों पर घूम रहा है और खेतों में घड़ी धान की फसल पूरी तरह से डूब चुकी है। वही मारकंडा नदी के किनारे बसे गांव गुमटी, मलिकपुर, रूपनगर, मदनपुर और मोहनपुर में भी ऐसा ही हाल देखा गया है। इसके अलावा मारकंडा नदी के किनारे बसे डेरों में भी पूरी तरह पानी भर चुका है जिसके चलते डेरों में रहने वाले लोग साफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। उपमंडल अधिकारी कपिल शर्मा ने बताया कि मारकंडा नदी में ज्यादा उफान से पानी आने को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। उन्होंने पटवारियों और सिंचाई विभाग के कर्मचारियों को मारकंडा नदी के साथ लगते गांवों पर पूरी नजर रखने के निर्देश दिए है। मारकंडा नदी के किनारे बसे डेरो और गांवों के लोगों का कहना है कि यह समस्या हमें हर साल झेलनी पड़ती है।

आसपास के गांवों में पहुंचा मारकंडा नदी का पानी

मारकंडा नदी के साथ लगते गांव कठवा, तंगोर, झरोली खूर्द, मुगल माजरा, कलसाना, गुमटी, मलकपूर, मोहनपर आदि में पानी घुसने के कारण फसल का नुकसान हो गया। गांवों में पानी आ जाने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव कठवा के पूर्व सरपंच अमरिन्द्र सिंह ने कहा कि मारकंडा नदी के पानी से सबसे ज्यादा नुक्सान गांव कठवा व तंगोर के लोगों को होता है जिससे की कठवा गांव का संपर्क ही टूट जाता है क्योंकि मेन सड़क पर पानी 3 फुट तक चलता है।


गांव कठवा में घुसा नदी का पानी।




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