अब बच्चों को मिलेगा बेहतरीन उपचार, चंडीगढ़ PGI के साथ समझौता करेगी हरियाणा सरकार

अम्बाला। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के साथ जल्द ही बच्चों के बढ़िया ईलाज के लिए एक समझौता किया जाएगा जिसके तहत बच्चों के स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबंधित इलाज में आसानी होगी। वे चाहते हैं कि बढ़िया इलाज बच्चों को मिल सके, बच्चे स्वस्थ पैदा हो और वह स्वस्थ रहें और स्वस्थ ही जीवन जी सकें, इसलिए यह समझौता किया जाएगा।
अनिल विज सिविल अस्पताल अम्बाला छावनी में पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से मनोरोग विशेषज्ञ ओपीडी और टेलीमेंटल हेल्थ सर्विस के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बुधवार को यहां पर पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के डॉक्टरों के माध्यम से ओपीडी संचालित की जाएगी। यह डॉक्टर टेलीमेंटल के जरिए सारे हरियाणा को ट्रेनिंग देने का भी काम करेंगे और ओपीडी के साथ-साथ मरीजों को अपनी सेवाएं भी प्रदान करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वयं डॉक्टर को उनकी सीट पर बिठाकर ओपीडी सेवाओं की शुरूआत की
50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर भी बनाया जाएगा
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सिविल अस्पताल के परिसर में एक धर्मशाला भी बनाई जा रही है ताकि मरीजों के साथ आने वाले लोगों को सुविधाएं मिल सके। इसके अलावा, यहां पर एक 50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर सेंटर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा, न्यूक्लियर मेडिसिन पर भी जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा और अंबाला छावनी में स्पाइनल इंजरी सेंटर भी बनाया जाएगा।
हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को देने के लिए हो रही मैपिंग
उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को देने के लिए मैपिंग करवाने जा रहे हैं और इसके टेंडर शुरू हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले मांग के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर दिया जाता था लेकिन वे चाहते हैं कि अब जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जाए। उन्होंने बताया कि मैपिंग की 3 महीने में रिपोर्ट आ जाएगी और केंद्र सरकार ने हमें मैपिंग करवाने के लिए एक करोड़ रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाई है।
ई - उपचार की सुविधा भी शुरू
विज ने कहा कि हमने हाल ही में ई - उपचार की सुविधा भी शुरू की है जिसके तहत अब तक 55 हॉस्पिटलों को जोड़ा जा चुका है और वे चाहते हैं कि पीएचसी लेवल तक इसे जोड़ा जाए, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा, ई - उपचार का एक चैनल हम जल्द ही पीजीआई चंडीगढ़ को भी देने जा रहे हैं जिसके तहत सारी जानकारी उनको ई - उपचार के माध्यम से मिल पाएगी ताकि वह आने वाले मरीज के लिए तैयार रह सके और उसे सुविधा देने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त कर सकें। उन्होंने बताया कि पीजीआई में गंभीर मामलों ही भेजे जाने चाहिए तथा बाकी इलाज राज्य के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होना चाहिए ताकि लोगों को पीजीआई में लाइन में लगना न पड़े और वहां पर केवल क्रिटिकल के मामलों का ही इलाज हो।
अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में सब सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश
विज ने कहा कि आज अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में सब सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश की गई है। पहले इस हॉस्पिटल में 152 की ओपीडी हुआ करती थी जो अब बढ़कर 3000 की ओपीडी हो गई है। यहां हर बीमारी के इलाज का डॉक्टर उपलब्ध है जबकि कभी यहां पर एक टूटी हुई एक्स-रे की मशीन हुआ करती थी लेकिन अब यहां पर सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड और कैंसर के एक्सरे मशीन भी है। इसके अलावा, कैंसर हॉस्पिटल भी यहां पर खोला गया है जिसमें नवीनतम आधुनिक मशीनें रखी गई है और अभी हाल ही में एक ऑंकोलॉजी के सर्जन ने भी इस हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में अब तक 10000 से अधिक मरीजों को देखा जा चुका है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS