DCRUST के विद्यार्थियों ने बनाया एग्रोवैंड पोर्टेबल डिवाइस : पलक झपकते ही मिलेगी मिट्टी की गुणवत्ता, जल व हवा की जानकारी

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
खेतों में काम करने वाला किसान, जिसे धरतीपुत्र भी कहते हैं। आए दिन मौसम की मार झेलते हुए हम सबके लिए अन्न उगाता है। कितना अच्छा हो जब किसानों की मदद के लिए हाईटैक उपकरण बनाए जाएं, जो ये बता दें कि खेत की मिट्टी में कितनी नमी है, तापमान कितना है। पौधों की जड़ों में कितना तापमान है और तने में कितना है। मिट्टी में कौन-कौन से तत्व कितनी मात्रा में हैं। हवा कैसी चल रही है, दिशा क्या है, गति क्या है।
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) के कंप्यूटर साइंस और फिजिक्स विभाग के छात्रों ने ऐसा ही एक डिवाइस बनाया है, जिसे एग्रोवैंड पोर्टेबल डिवाइस का नाम दिया गया है। डिवाइस किसान के मित्र के रुप में कार्य करेगा। इससे मिट्टी की गुणवत्ता, जल व हवा के बारे में किसान को तुरंत जानकारी मिल सकेगी। डिवाइस के माध्यम से किसान अपनी फसल का उत्पादन बेहतर ले सकेगा। डीसीआरयूएसटी के फिजिक्स के एमएससी प्रथम वर्ष के विद्यार्थी अंशुल व कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग बीटेक अंतिम वर्ष के विद्यार्थी नवीन व कशिश ने एसोसिएट प्रो. डा. दिनेश सिंह के नेतृत्व में संयुक्त रूप से मिलकर एग्रावैंड पोर्टेबल डिवाइस बनाया है। डिवाइस पोर्टेबल है। इसको एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जाना आसान है।
मिट्टी के 12 प्रकार के मानकों का करेगा विश्लेषण
डिवाइस मिट्टी के 12 प्रकार के मानकों का विश्लेषण किया जाता है। जिसमें सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कार्बन, फास्फोरस, पीएच, ईसी, नमी व टेंपरेचर आदि की जानकारी पलक झपकते ही डिस्पले पर दिखाई देगी। वायु की बात करें तो यह डिवाइस वायु की गुणवत्ता जिसमें एनओ 2, एसओ 2, पीएम 2.5, पीएम 10 में प्रयुक्त विभिन्न गैसों और प्रदूषण के स्तर का आकलन करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह डिवाइस यह भी बता देता है कि हवा की गति व दिशा क्या है। इसके साथ ही इसकी विशेषता यह भी है कि हवा आद्रता, तापमान और तापमान के बारे में भी जानकारीदेगा। इससे हम यह भी पता कर सकते हैं कि फसल में पौधों की जड़ों के लिए कितना तापमान और तनें का कितना तापमान है व कितने तापमान की आवश्यक्ता है।
तेज आवाज दूर भगाएगी जंगली जानवरों को
डिवाइस पानी के पांच मापदंडों का आकलन करने में सक्षम है। किसान को डिवाइस के माध्यम से यह पता चल सकेगा कि पानी में ईसी (इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी),पीएच, टीडीएस, काबोर्नेट और क्लोरीन के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त सूर्य से आने वाली किरणों के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है। इसमें अल्ट्रासोनिक स्पीकर लगे हुए हैं। अगर किसान रात को खेत में है तो इसके स्पीकर से निकलने वाली आवाज जंगली जानवरों को दूर भगाती है।
20 हजार की आई लागत
विद्यार्थियों ने एग्रोवैंड पोर्टेबल डिवाइस लगभग 20 हजार रुपए की लागत से बनाया जा सकता है। इसका वजन मात्र 10.5 किलोग्राम के लगभग है। यह पूरी तरह बैटरी से संचालित है। एक बार बैटरी चार्ज करने पर यह 10 घंटे काम करती है डिवाइस बायोडिग्रेडेबल है। इसमें प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया गया है।
उपकरण का सदुपयोग कर किसान खेत से बेहतर फसल ले सकेंगे, जिससे किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होगा। विश्वविद्यालय का कार्य होता है ज्ञान को पैदा करना। शोध किसी भी विश्वविद्यालय की रीड की हड्डी होता है। शोधार्थियों को शोध मानव कल्याण का ध्यान में रखकर करना चाहिए। यह डिवाइस अपने आप में अनोखा डिवाइस है, जोकि कई तरह के काम कर सकता है। प्रो. अनायत, कुलपति, डीसीआरयूएसटी।
एग्रोवैंड पोर्टेबल डिवाइस के साथ छात्र।
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