Indian Railways : पूर्वाचंल की ओर जाने वाले सभी ट्रेनें हुई फुल, होली मनाने का सपना देख रहे प्रवासियों की परेशानियां बढ़ी

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
होली अभी 17 दिन दूर है, लेकिन अभी से उत्तरप्रदेश, बिहार और बंगाल की ट्रेनों में सीट उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में जिन्हें होली का त्यौहार मनाने अपने घर जाना है, वे रेलवे स्टेशन पर सीट पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, हालांकि सभी ट्रेनें फुल हो चुकी हैं। यह हर बार होता है और इस बार भी हो चुका है। आम यात्रियों के लिए त्यौहार पर घर पहुंचना मुश्किल है।
जी हां, होली के त्योहार पर अपने घर जाने वाले यात्रियों को ट्रेनों में जगह नहीं मिल रही है। पूर्वांचल की ओर जाने वाले लगभग सभी ट्रेनें फुल हो चुकी हैं। ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची डेढ़ सौ से अधिक चल रही है। किसी भी ट्रेन में स्लीपर क्लास में अधिकतम 30 से 50 तक की प्रतीक्षा सूची के ही कंफर्म होने की संभावना मानी जा सकती है। ऐसे में दलाल अपनी जेबें भर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर रेलवे यात्री ट्रेनों को सामान्य रूप से चलाने में आनाकानी कर रहा है। ऐसे में यात्रियों की जेब पर स्पेशल वाली ट्रेनें भारी पड़ रही हैं। एक तो रिजर्वेशन बर्थ का डेढ़ गुना अधिक खर्च लग रहा है और टिकट कंफर्म होने की भी मारामारी मची है। भरपाई के चक्कर में स्पेशल चार्ज के रूप में यात्रियों को ही चपत लग रही है। इन सब दिक्कतों के बाद भी रेलवे प्रशासन अतिरिक्त रेलगाडि़यां चलाने से बच रहा है।
होली पर्व को अब सिर्फ 17 दिन शेष बचे हैं। इस बार 17 मार्च को होलिका दहन और 18 मार्च को रंग-गुलाल उड़ेगा। होली के त्योहार से पहले ही बहादुरगढ़ से होकर चलने वाली स्पेशल ट्रेनें फुल हो गई हैं। आरक्षण सुपरवाइजर रवींद्र कुमार के अनुसार सभी ट्रेनों में विभिन्न श्रेणियों के टिकट वेटिंग और आरएसी में चल रहे हैं। बिहार संपर्क क्रांति (12566), उत्तर संपर्क क्रांति (12558), स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (12562) व अवध आसाम एक्सप्रेस (15910) में लगभग नोरूम की स्थिति बन गई है। बिहार जाने के इच्छुक मुकेश कुमार ने बताया कि आज की तारीख में यदि कोई यात्री रिजर्वेशन करा रहा है, तो उसे वेटिंग टिकट थमाया जा रहा है। अभी सब ट्रेनें यात्रियों से फुल चल रही हैं और स्पेशल के नाम पर डेढ़ गुना से अधिक किराया भी लिया जा रहा है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS