पीजीआई के पूर्व निदेशक पर लगाए आरोपों की जांच दोबारा होगी

पीजीआई के पूर्व निदेशक पर लगाए आरोपों की जांच दोबारा होगी
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इस मामले में सीएम विंडो की शिकायत पर कदम नहीं उठाने के मामले में एमएस कार्यालय के एक असिस्टेंट से भी जवाब तलबी की गई है। तीन दिन पहले शिकायतकर्ता ईशा अली के बयान भी दर्ज किए गए हैं।

हरिभूिम न्यूज : रोहतक

पीजीआईएमएस के पूर्व निदेशक डॉ. आरके गुप्ता पर लगाए गए आरोपों की रुकी हुई जांच अब दोबारा शुरू होगी। जांच सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरपी भसीन करेंगे। उन्होंने जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है और 6 जून का समय तय किया है।

इस मामले में सीएम विंडो की शिकायत पर कदम नहीं उठाने के मामले में एमएस कार्यालय के एक असिस्टेंट से भी जवाब तलबी की गई है। तीन दिन पहले शिकायतकर्ता ईशा अली के बयान भी दर्ज किए गए हैं। ईशा अली का कहना है कि बेटी को न्याय दिलवाना है, मरते दम तक लडूंगा। चार साल से भटक रहा हूं, जांच पूरी ही नहीं हो रही। सीएम विंडो भी लगाई थी, लेकिन उसे ही दबा दिया गया। अब दोबारा जांच शुरू हो गई है, ले लड़ाई अंजाम तक जाएगी और जीत सच्चाई की होगी। इस जांच के साथ ही इंप्लांट का मामला भी है, उसकी जांच भी चल रही है।

दरअसल मामला 2018 का है ईशा अली ने अपनी बेटी को आपरेशन के लिए पीजीआई में भर्ती करवाया था। आरोप है कि आॅपरेशन का सामान मंगवाया गया, एक मेडिकल स्टोर वाले ने रुपये भी लिए। बाद में और रुपये मांगे गए। ईशा अली ने रुपये नहीं होने की बात कही तो मामाला बिगड़ गया। आरोप है कि उसकी बेटी का पूरा इलाज नहीं किया गया और उसे छुट्टी दे दी गई। इसके बाद बेटी का इलाज मेरठ करवाना पड़ा। इसी मामले की शिकायत ईशा अली ने हेल्थ यूनिवर्सिटी में की थी।

ऐसे रुकी जांच

बाद में तत्कालीन कुलपति को बताया गया कि ये मामला कोर्ट में चल रहा है, इसलिए यहां की जांच रोक दी जाए। 2021 में इस आधार परर जांच रोक दी गई। सीएम विंडो पर भी जांच के लिए शिकायत दे दी गई, लेकिन यह भी दबा दी गई। पुनिर्विचार किया सामने आया कि जांच जारी रखी जा सकती है।

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