हरियाणा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में आयुर्वेद को शामिल किया जाएगा

हरियाणा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में आयुर्वेद को शामिल किया जाएगा
X
आयुष मंत्री ने कहा कि अल्टरनेट मेडिसिन को बढ़ावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया गया है। आयुष के पांच विंग है, जिसमें आयुर्वेद, योगा, सिद्धा, युनानी व होम्योपैथी शामिल है। इन पांचों विंगों पर कार्य किया जा रहा है।

अम्बाला : हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने कहा है कि हरियाणा में एमबीबीएस पाठयक्रम में आयुर्वेद को भी शामिल किया जायेगा। एमबीबीएस की डिग्री के तहत 4 साल विद्यार्थी एलोपैथिक की पढ़ाई करेगा और एक साल आयुर्वेद की पढ़ाई करेगा। इसके लिए एक टीम का गठन किया है, जो कोर्स को तैयार करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि जिस देश के लोग मजबूत होते हैं, उनका राष्ट्र मजबूत होता है। आयुष मंत्री अनिल विज शुक्रवार को अंबाला छावनी में 75वें सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।


आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इस दिशा में बहुत काम किया जा रहा है। हम लोगों को योग की ओर आकर्षित कर रहे हैं। कल ही कैबिनेट बैठक में आयुष विभाग को अलग विभाग बनाकर दर्जा दे दिया है ताकि यह विभाग भी दूसरे विभागों की तर्ज पर आगे आ सके और इसकी अलग पहचान हो और जो भी कार्य इस विभाग द्वारा करने है वह किया जा सके। अनिल विज ने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि हरियाणा के 6500 गावों में योगशालाएं बनें, इसके दृष्टिगत 1000 योगशालाएं बना दी गई हैं बाकी पर काम चल रहा है। शहरों में भी जहां पर मुमकिन स्थान है, वहां पर योगशालाएं बनाई जा रही है। खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि सुभाष पार्क के सामने जो व्यायामशाला है, उसमें प्रतिदिन 700 से 800 लोग व्यायाम करते हैं और यहां पर योग करने के लिए लाईनें लगती हैं। उन्होंने कहा कि “एलोपेथिक दवाओं की भांति अब आयुर्वेदिक दवाओं की भी रिएर्म्बसमेंट हो सकेंगी, मैनें कल ही फाइल साइन की”।

अल्टरनेट मैडिशन को बढावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि अल्टरनेट मेडिसिन को बढ़ावा देने के लिए आयुष विश्वविद्यालय बनाया गया है। आयुष के पांच विंग है, जिसमें आयुर्वेद, योगा, सिद्धा, युनानी व होम्योपैथी शामिल है। इन पांचों विंगों पर कार्य किया जा रहा है। कुरूक्षेत्र में आयुष विश्वविद्यालय खोला गया है। वहां पर 100 एकड़ जगह ली गई है, जहां पर बिल्डिंग का निर्माण किया जायेगा। दूर-दूर से लोग यहां आकर हरियाणा में इसकी शिक्षा लेंगे।


एलोपैथिक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाईयों का भी प्रयोग होना चाहिए

अनिल विज ने कहा कि आयुष के बजट में भी हर साल दर साल आयुष को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में अन्य दवाईयों की तर्ज पर आयुर्वेदिक दवाईयों को भी आजमाना चाहिए। एलोपैथिक दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाईयों का भी प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि मरीज का जिस दवाई से बेहतर इलाज हो सकता है, उसे प्रयोग किया जाए।

एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए

आयुष मंत्री ने यह भी कहा कि एलोपैथिक व आयुर्वेदिक में इंटीग्रेशन होना चाहिए, इनकी जो आपस में खींचतान है] वह खत्म होनी चाहिए] क्योंकि हमें सम्बन्धित मरीज को बेहतर ईलाज उपलब्ध करवाना है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बुजुर्गों को पहले से ही पता था कि हमारी जो प्राचीन आयुर्वेद पद्धति थी जैसे हल्दी, सौंफ, दालचीनी उसमें मेडिसिन गुण है, इनका प्रयोग करने से हम बीमार होने से बचते थे यानि हमारी नस्ल को आज तक बची हुई है, उसका एक कारण यह यह प्राचीन पद्धति है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार डाक्टर एलोपैथिक दवाई लिखने से पहले टेस्ट करता है, उसी प्रकार आयुर्वेदिक दवाईयों का भी ट्रायल करना चाहिए, साईंस तरीके से इसका टेस्ट होना चाहिए यानि आयुर्वेद को बढ़ावा मिलना चाहिए।

सूर्य शक्ति का स्त्रोत है

उन्होंने कहा कि सूर्य शक्ति का स्त्रोत है। इस सारी धरती पर शक्ति या एनर्जी का जो भी स्त्रोत है वह सूर्य है। सूर्य हमारे अंदर की जीवन ज्योति बनकर हमें चलाता है, पेड़-पौधों को जो उर्जा व शक्ति देता है वह सूर्य ही है यानि इस धरती पर एनर्जी के जितने भी स्त्रोत है जैसे डीजल, पेट्रोल, कोयला या अन्य है, उन सबमें उर्जा का स्त्रोत सूर्य है और अब तो सौलर पैनल लगाकर सीधा बिजली पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस बार के बजट में ग्रीन एनर्जी पर जोर दिया है यानि प्रदूषण रहित उर्जा अर्थात इस धरती को दोबारा वैसा बना दें जैसे वह पहले माजूद में थी। उसमें सूर्य का बहुत बड़ा रोल है।

कई योग आसनों को जोड़कर सूर्य नमस्कार बनाया गया

सूर्य नमस्कार के संबंध में आयुष मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार का संधिविच्छेद है कि सूर्य मैं तुमको झुककर नमन करता हूं, ये एक यौगिक प्रक्रिया है। कई योग आसनों को जोड़कर सूर्य नमस्कार बनाया गया है, जिसमें 12-13 आसन है। सरकार द्वारा योग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। योग मन, बुद्धि और शरीर को जोड़ने का साधन है और ये तीनों यदि जुड़ जाएं, तो आत्मा से परमात्मा का मिलन हो जाता है।

75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के तहत लोगों को योग के प्रति किया जा रहा है जागरूक

आयुष मंत्री ने इस मौके पर हरियाणा योग आयोग की ओर से 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत लोगों को योग के प्रति जागरूक करने का जो कार्य किया जा रहा है, उसकी सराहना की और कहा कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के दौरान इस कार्य को किया जाना काफी सराहनीय है और आयोग द्वारा 75 लाख सूर्य नमस्कार का जो टारगेट रखा गया है, वे उससे 10 गुणा अधिक जायेंगे।

इस मौके पर आयुष मंत्री ने सूर्य नमस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन करवाने वाली संस्थाओं, आईटीबीपी, विद्यार्थीगण, एनसीसी, एनएसएस व अन्य को प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित भी किया। जिला प्रशासन की ओर से मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर उनका भव्य अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मलखम व योगा की भी प्रस्तुति दी गई। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हजारों की संख्या में शामिल प्रतिभागियों ने 13 बार सूर्य नमस्कार की प्रस्तुति दी।

Tags

Next Story