Ambala : बेसहारा पशुओं को ट्रॉलियों में लोड कर विधायक आवास पर डटे किसान, अफसरों की फूली सांस

Ambala : बेसहारा पशुओं को ट्रॉलियों में लोड कर विधायक आवास पर डटे किसान, अफसरों की फूली सांस
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  • अनाजमंडी में किसानों को प्रशासन ने मनाने का किया प्रयास, किसान बोले 10 महीने पहले दी थी चेतावनी
  • समस्या का समाधान न होने से दोबारा आना पड़ा सड़कों पर, फसल व नस्ल को बर्बाद कर रहे पशु

Ambala : बेसहारा पशुओं को लेकर एक फिर किसानों ने हंगामा कर दिया। भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह से जुड़े किसान मंगलवार को पशुओं को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भर अंबाला शहर की अनाज मंडी में पहुंच गए। किसानों के विरोध की वजह से हरकत में आए प्रशासनिक अधिकारी बातचीत करने के लिए पहुंच गए। मगर यहां अफसरों व किसानों के बीच कार्रवाई को लेकर सहमति नहीं बनी। इसी वजह से किसान पशुओं से भरी ट्रॉलियां लेकर विधायक असीम गोयल के आवास पर पहुंच गए। आनन फानन में किसानों के विरोध की वजह से पुलिस को यहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने पड़े। काफी समय से किसान यहां पशुओं को लेकर डटे रहे।

इससे पहले किसानों ने पशुओं से लदी ट्रॉलियों को गुब्बारों से सजाया हुआ था। यहां किसानों को एसडीएम दर्शन सिंह समेत अन्य पुलिस प्रशासन ने समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़िग रहे। किसान पशुओं का स्थायी समाधान, गोशाला में छोड़ने और जितने पशुओं को किसान पकड़ कर लाए हैं नगर निगम के टेंडर के अनुसार किसानों को उतने रुपए देने की मांग पर अड़े रहे। भाकियू शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी ने कहा कि प्रशासन को बार-बार कहा जा रहा है कि सड़कों और खेतों से पशुओं को हटाएं। यह पशु सड़कों पर लोगों की जान ले रहे हैं साथ ही किसानों की फसलों को भी उजाड़ रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसा दूसरी बार है कि जब किसानों को पशुओं को सड़कों से पकड़कर अपने साथ प्रशासन के दर पर छोड़ने के लिए लाना पड़ा है। 10 माह पहले भी किसान पशुओं को डीसी ऑफिस लेकर आए थे।

इसके बाद प्रशासन हरकत में आया था। तब आनन-फानन में बैठकर बुलाकर पशुओं को गोशालाओं में भिजवाया था। अब दोबारा से किसान पशुओं को लेकर आए हैं तो प्रशासन ने अधिकारियों की बैठक बुला ली है। मोहड़ी ने कहा कि अब तो वे इन बेसहारा पशुओं के स्थायी समाधान को लेकर पुरजोर विरोध करने के मूढ में हैं। जब तक अफसर पशुओं की समस्या का समाधान नहीं करते वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पशु उनकी फसलों व नस्लों को तबाह कर रहे हैं। मगर प्रशासन को इस बात की जरा सी भी परवाह नहीं है।

मुख्य सड़क पर लगा भारी जाम

विधायक असीम गोयल के आवास पर दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉलियां लेकर पहुंचे किसानों को देखकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की सांसें फूल गई। आनन फानन में विधायक आवास की सुरक्षा पुख्ता करनी पड़ी। इस दौरान भारी संख्या में किसान भी मुख्य सड़क पर डट गए। पुराने दल्लिी रोड पर इसी वजह से जाम की स्थिति बन गई। बीच सड़क पर पशुओं से लदी ट्रॉलियां होने के कारण कोई भी राहगीर मुख्य सड़क से नहीं निकल पाया। लोगों को वैकल्पिक रास्तों से निकलना पड़ा। किसानों साफ कहा कि अगर प्रशासन इन बेसहारा पशुओं को गौशालाओं में भेजने की जम्मिेदारी नहीं लेता तो फिर वे विधायक आवास पर ही इन पशुओं को छोड़ जाएंगे। अधिकारियों ने मुश्किल से किसानों को ऐसा न करने के लिए मनाया।

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