आंगनबाड़ी वर्करों ने Poshan Tracker App ट्रेनिंग का किया बहिष्कार, जानें क्यों

आंगनबाड़ी वर्करों ने Poshan Tracker App ट्रेनिंग का किया बहिष्कार, जानें क्यों
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आंगनबाड़ी एसोसिएशन जिला प्रधान राजवंती फौगाट ने कहा कि अगर दबाव बनाया गया तो आंगनबाड़ी भवनों को ताला लगाकर हड़ताल पर बैठने को मजबूर होगी।

हरिभूमि न्यूज, चरखी दादरी

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पोषण ट्रैकर एप ट्रेनिंग (Poshan Tracker App Training) का बहिष्कार कर विरोध प्रकट किया। आंगनबाड़ी वर्करों (Anganwadi Workers) ने कहा कि विभाग व सरकार की तरफ से पोषण ट्रैकर एप के प्रयोग को लेकर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। जबकि वर्करों ने एप को लेकर कोर्ट से स्टे प्राप्त की हुई है, मगर विभाग ट्रेनिंग लेने के लिए बाध्य कर रहा है।

आंगनबाड़ी एसोसिएशन जिला प्रधान राजवंती फौगाट ने कहा कि विभाग ने गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं से लेकर छह साल के बच्चों व गर्भवती महिलाओं का डाटा रखने के लिए पोषण ट्रैकर एप लांच किया है। जिसके बारे में आंगनबाड़ी वर्करों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एप डाउनलोड करने के बाद वर्करों के मोबाइल पर अधिकारी नजर रख सकते हैं, जिसकी किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पोषण ट्रैकर की ट्रेनिंग के लिए अब दबाव बनाया जा रहा है। वर्करों ने पोषण ट्रैकर की हाईकोर्ट से स्टे भी ली है।

राजवंती फौगाट ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों को जुलाई, अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर, नवम्बर माह का वेतन नहीं मिला है, जबकि बजट पास भी हो चुका है। जब विभाग के सारे कार्य सीडीपीओ के बिना चल सकते हैं तो आंगनबाड़ी वर्करों एवं हेल्परों का मानदेय क्यों रोका गया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों को घर खर्च चलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर दबाव बनाया गया तो आंगनबाड़ी भवनों को ताला लगाकर हड़ताल पर बैठने को मजबूर होगी। इस अवसर पर खंड प्रधान मीरा सांवड़, खंड सचिव सुनील लोहरवाड़ा, संदीप अचीना, प्रमिला रानी, संतोष सांवड़, रानी दादरी सति अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रही।

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