किन्नरों की बढ़ती डिमांड से खफा सर्व समाज ने 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया

किन्नरों की बढ़ती डिमांड से खफा सर्व समाज ने 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया
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बैठक में निर्णय लिया गया कि किन्नर समाज को दी जाने वाली राशि तय की जानी चाहिए। कमेटी द्वारा किन्नर समाज के महंत को बताया जाएगा कि जो लोग अपनी हैसियत अनुसार दान दे वह स्वीकार किया जाना चाहिए ताकि किसी परिवार को परेशानी न हो व किन्नर समाज भी अपना जीवनयापन आराम से कर सकें।

चरखी दादरी : सर्व समाज की बैठक अग्रसेन धर्मशाला में अग्रवाल सेवा संघ के पूर्व प्रधान बिशम्बर दयाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नगर के किन्नर समाज द्वारा विवाह शादी व शिशु के जन्म या अन्य किसी मांगलिक समारोह में नाजायज राशि की मांग चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि किन्नर समाज को दी जाने वाली राशि तय की जानी चाहिए। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया। बैठक में अग्र समाज की अनेक संस्थाओं के पदाधिकारी, पंजाबी समाज के अनेक प्रबुद्धजन, ब्राह्मण समाज के अनेक प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।

अग्रवाल वैश्य समाज के जिला प्रधान बलराम गुप्ता व अग्रवाल सभा प्रधान विष्णु गोयल ने कहा कि किन्नर समाज समस्त समाज का अभिन्न अंग है। मंगल कार्य में इनका आना शुभ माना जाता रहा है। अतः किन्नर समाज को मंगलमुखी समाज के नाम से जाना जाता हैं। समाज के व्यक्ति शुभ कार्यों पर इन्हें अपने सामर्थय अनुसार खुश होकर भेंट देते हैं। लेकिन वर्तमान में किन्नर समाज के कुछ सदस्यों द्वारा विवाह या अन्य किसी मांगलिक समारोह में जबरन अत्याधिक रुपये की मांग की जाती है। मांग पूरी नहीं होने पर अभद्र व्यवहार भी करते हैं। आज के समय में किन्नरों के आने पर परिवार में भय बना रहता है। कुछ किन लोगों की डिमांड इतनी बड़ी होती है कि एक साधारण परिवार पूरी नहीं कर पाता। डिमांड पूरी नहीं होने पर किन्नर समाज के लोग बुरी गालियां व बुरा भला कहते हैं।

दादरी नगर व्यापार मंडल के कार्यकारी प्रधान रविन्द्र सिंह गुप्ता अजय कौशिक ने कहा कि किन्नर के शुभ अवसर पर आने की राशि तय करनी चाहिए। रामदयाल पाहवा व वासुदेव आन्नद ने अपने संबोधन में कहा कि किन्नर समाज के कुछ सदस्यों द्वारा बदसलूकी सहन नहीं करनी चाहिए। अनाज मंडी व्यापार मंडल के प्रधान राम कुमार रिटोलिया ने कहा कि किन्नर को देने वाली राशि तय होने के बाद किन्नर समाज को मान्य करनी चाहिए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी द्वारा किन्नर समाज के महंत को बताया जाएगा कि जो लोग अपनी हैसियत अनुसार दान दे वह स्वीकार किया जाना चाहिए ताकि किसी परिवार को परेशानी न हो व किन्नर समाज भी अपना जीवनयापन आराम से कर सकें।

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