राष्ट्रीय हेल्थ मिशन के निदेशक से विज नाखुश, प्रतिकूल टिप्पणी लिखकर सीएम को भेजी, हटाने की सिफारिश

योगेंद्र शर्मा.चंडीगढ़। गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने अभी तक भी स्वास्थ्य विभाग की फाइलों का निस्तारण शुरू नहीं किया है, हालांकि उन्होंने विभाग के कामकाज में कुछ अफसरों के हस्तक्षेप को लेकर मामला मुख्यमंत्री के सामने रख दिया है। लेकिन विज की नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है, मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पूछे जाने पर इसे प्रशासनिक मामला बताकर जल्द ही हल निकाल लेने की बात कह रहे हैं। सेहत विभाग की महानिदेशक से ही नहीं बल्कि मंत्री नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशक से भी नाराज नजर आ रहे हैं। भरोसेमंद उच्चपदस्थ सूत्रों ने बताया कि पिछले दिनों गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज ने एनएचएम में तैनात एक आईएएस अफसर (निदेशक) के विरुद्ध भी प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए उन्हें विभाग से हटाने की सिफारिश कर दी है। मंत्री के अनुसार उन्होंने उक्त अफसर के कामकाज को असंतोष जताते हुए अयोग्य तक लिख डाला है।
विज ने एनएचएम निदेशक को अयोग्य अफसर बताते हुए सीएम को कार्रवाई के लिए लिखित में भेजा है। यह अलग बात है कि मंत्री के लिखे जाने के बाद भी मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।विज ने नेशनल हेल्थ मिशन हरियाणा डायरेक्टर के खिलाफ एसीएस और मुख्यमंत्री को लिख दिया है।
बताया जा रहा है कि एनएचएम निदेशक और डीजी हेल्थ दोनों ने कुछ इस तरह के फैसले लिए हैं, जिनसे स्वास्थ्य मंत्री और उनके विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा इत्तेफाक नहीं रखती। इस कारण से मामला बिगड़ता जा रहा है। सूत्र यह भी बताते हैं कि एक एक बात को खुद मंत्री सूबे के सीएम मनोहरलाल के सामने रख चुके हैं। सीएम ने पूरे मामले में जल्द ही कोई हल निकालने की बात कही थी। लेकिन सीएम के साथ में बातचीत होने के बावजूद मामला हल होता नहीं दिखाई दे रहा।कुल मिलाकर मंत्री अनिल विज स्वास्थ्य विभाग की फाइलों को लंबित डाले हुए हैं, जिसके कारण विभाग के कामकाज पर प्रतिकूल प्रभाव दिख रहा है। कईं डाक्टरों के विदेश जाने के साथ साथ अहम फैसले भी लंबित हैं। लेकिन विभाग में खींचतान और मंत्री की नाराजगी दूर होती नजर नहीं आ रही है।पूरे विषय को लेकर सेहत विभाग के बाकी अफसर और मंत्रालय का स्टाफ भी चिंतित है, क्योंकि उनके पास में कोई खास काम नहीं बचा है। विज ने सीएमओ के एक प्रभावशाली अफसर द्वारा उनके विभाग में हस्तक्षेप पर नाराजगी सार्वजनिक सार्वजनिक भी कर दी है। वे विधायकों और बाकी आने वाले प्रमुख लोगों के विभाग अब उनके पास नहीं है, यहां तक बोल चुके हैं। कुल मिलाकर दिनोंदिन मामला बढ़ता जा रहा है।
विज ने लिखा-'नॉट स्किल्ड टू मैनेज ऑफिस'
विज ने एनएचएम निदेशक के विरुद्ध भेजी शिकायत में निदेशक को 'नॉट स्किल्ड टू मैनेज ऑफिस ' अधिकारी बताया है। इसके अलावा भी कईं टिप्पणी की हैं। लेकिन खास बात यह है कि अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है, उनका कहना है कि वे एक अधिकारी हैं, कोई भी सियासी टिप्पणी नहीं करेंगे, उनका धर्म जनहित में प्रशासनिक काम करना है, जिसको वे बखूबी कर रहे हैं।खास बात यह है कि मंत्री विज गृह विभाग हो या फिर कोई अन्य विभाग कामकाज में लापरवाही और जनविरोधी फैसलों को ओके नहीं करते। उनका कहना है कि उन्हें जनता ने चुनकर भेजा है। इसलिए जनता के हितों को देखकर कामकाज करेंगे ना कि अधिकारियों के दबाव में काम नहीं करेंगे, इसलिए वे सरकार और जनता का काम कर रहे हैं।
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