भिवानी में पशु प्रदर्शनी 25 फरवरी से, केवल ऐसे पशु ही प्रतियाेगिता में ले सकेंगे भाग, विभाग करेगा लाने व ले जाने की व्यवस्था

भिवानी में सेक्टर 13 के सामने 25 से 27 फरवरी तक आयोजित होने जा रही राज्य स्तरीय पशु-प्रदर्शनी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शनिवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर प्रदर्शनी के प्राथमिक तौर पर तैयार किए ले-आऊट प्लान को जमीन पर उतारने के लिए विस्तार से चर्चा की। अधिकारियों ने बताया कि पशु-प्रदर्शनी में लोगों को जहां एक तरफ घोड़े लंबी छलांग लगाएंगे वहीं दूसरी तरफ लोगों को ऊंट के करतब देखने को मिलेंगे।
प्रदर्शनी भव्य आकर्षक और शानदार होगी। प्रदर्शनी में मुख्य मंच के सामने करीब 2500 लोगों के बैठने की क्षमता का एक पंडाल बनाया जाएगा, जो करीब 40 मीटर चौड़ा और 100 मीटर लंबा होगा। इसी प्रकार से 10 मीटर चौड़ा और करीब 15 मीटर लंबा सेमिनार के लिए एक अलग पंडाल होगा, जहां पर पशुपालकों व किसानों के लिए सेमिनार का आयोजन चलता रहेगा।
प्रदर्शनी में तीन या चार एनीमल रिंग बनाए जाएंगे, जहां पशु उसके चारों को घुमाएं जाएंगे और ज्यूरी श्रेष्ठ पशुओं का चयन करेगी। इसी प्रकार से करीब 40 फीट लंबा एक रैंप बनाया जाएगा, जिस पर पशुओं का एक तरह से रैंप शो होगा। प्रदर्शनी में घोड़ों की छलांग के लिए भी अलग से जगह बनाई जाएगी जो प्रदर्शनी का आकर्षण का केंद्र होगी। इसी प्रकार से लोगों को प्रदर्शनी में ऊंट के करतब भी देखने को मिलेंगे। फिलहाल प्रदर्शनी के लिए 15 बाई 15 फीट के 100 जगह पशुओं के लिए निर्धारित की गई हैं। इसी प्रकार से तीन मीटर बाई तीन मीटर की 96 स्टाल के लिए निर्धारित की गई हैं। इनको अभी कम या अधिक किया जा सकता है। प्रदर्शनी स्थल पर किसानों व वीआईपी के लिए अलग-अलग फूड कोर्ट बनाया जाएगा।
पशुओं व पशुपालकों के लिए विभाग करेगा आने-जाने की व्यवस्था
इस मेले में केवल वहीं पशु इस प्रतियोगिता के लिए पंजीकृत किए जाएंगे। जिनके कान में पशुपालन विभाग की ओर से लगाए गए 12 डिजिट का टैग लगा होगा। प्रदर्शनी सुबह 10 से चार बजे तक जारी रहेगी। पंजीकरण होने के बाद पशु पालक को प्रदर्शन नंबर मिलेगा जो उसे अपनी बांई बाजू या कमीज पर बाईं ओर लगाना होगा। प्रदर्शनी के लिए पशु पालक व किसानों को लाने ले जाने के लिए हर रोज रोडवेज की बसें जाएंगी।
चुने गए पशुओं को 24 फरवरी सायं तक प्रदर्शनी स्थल पर पहुंचना होगा। इस राज्य पशुधन प्रदर्शनी में 12 नस्ल के पशुओं की 53 तरह की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। इस प्रदर्शनी की खास बात यह होगी कि प्रदर्शनी में पशुओं के ठहरने, चारे व पानी की समुचित व्यवस्था होगी। पशुपालकों को भिवानी पहुंचने पर प्रदर्शनी स्थल पर पंजीकरण करवाना होगा। यहां पर उन्हें आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक, कैंसिल चेक व परिवार पहचान पत्र मौके पर दिखाना होगा।
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