पशु व्यापारी ने लेनदार के घर फांसी लगाकर दे दी जान

हरिभूमि न्यूज. जींद
गांव करसोला में बीती देर शाम रुपयों के लेनदेन के चलते पशु व्यापारी ने लेनदार के घर फांसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों का आरोप है कि लेनदार की तरफ मृतक का दो लाख 80 हजार रुपये बकाया थे। जिसे लेनदार दे नहीं रहा था। जबकि मृतक व्यापारी पर लेनदार दबाव डाल रहे थे। जुलाना थाना पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जुलाना निवासी रामधारी (50) पशुओं की खरीद फरोख्त करता था। उसने गांव करसोला निवासी विजय को पांच भैंस दी हुई थी। जिसकी राशि दो लाख 80 हजार रुपये विजय की तरफ बकाया थी। वहीं रामधारी ने गांव ब्राह्मणवास निवासी सोनू से भैंस खरीदी हुई थी। लम्बा समय बीत जाने के बाद भी विजय राशि को नहीं दे पाया। शनिवार को सुबह रामधारी, सोनू गांव करसोला निवासी विजय के घर गए थे। जिसके बाद रामधारी घर वापस नहीं लौटा। देर शाम को सूचना मिली कि रामधारी गांव करसोला निवासी विजय के तुड़ी वाले कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। रस्सी का फंदा बना हुक से लटका हुआ था।
घटना की सूचना पाकर जुलाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालातों का जायजा लिया। मृतक रामधारी के बेटे अंकित ने पुलिस को बताया कि उसके पिता रामधारी ने गांव ब्राह्मणवास निवासी सोनू व अन्य से भैसें खरीदी थी। भैंस गांव करसोला निवासी विजय को बेची गई थी। जिसके चलते विजय की तरफ दो लाख 80 हजार रुपये की राशि बकाया थी। विजय उसके पिता को राशि नहीं लौटा रहा था। जबकि सोनू उसके पिता अपने पैसे लेने के लिए दबाव बनाए हुए था। शनिवार को उसका पिता सोनू को साथ लेकर विजय के घर गए थे। अंकित ने आरोप लगाया कि विजय तथा सोनू के दबाव के कारण उसके पिता ने आत्महत्या की है। जुलाना थाना पुलिस ने अंकित की शिकायत पर विजय और सोनू के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जांच अधिकारी कृष्ण ने बताया कि मृतक पशुओं का व्यापार करता था। उसने आरोपित विजय को उधार पर भैंस दी हुई थी लेकिन विजय राशि को नहीं लौटा रहा था। जबकि लेनदार मृतक व्यापारी पर दबाव बनाए हुए थे। जिसके चलते पशु व्यापारी ने लेनदार के यहां फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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