असम में खाई में गिरी सेना की गाड़ी, शाहाबाद का जवान शहीद

असम में खाई में गिरी सेना की गाड़ी, शाहाबाद का जवान शहीद
X
गुरजेंट सिंह का पार्थिव शरीर रविवार शाम तक उनके पैतृक गांव रायमाजरा में पहुंचेगा जहां राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।

कुरुक्षेत्र : असम में हुए एक सड़क हादसे में शाहाबाद के गांव रायमाजरा का जवान गुरजेंट सिंह शहीद हो गया है। शहीद गुरजेंट सिंह पुत्र रूलदा शाहाबाद के गांव रायमाजरा का रहने वाला था। गुरजेंट सिंह का पार्थिव शरीर रविवार शाम तक उनके पैतृक गांव रायमाजरा में पहुंचने की संभावना है जहां राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।

गुरजेंट वर्ष 2010-11 में सेना में भर्ती हुआ था। शहीद गुरजेंट सिंह की शादी करीब पांच वर्ष पहले हुई थी। गुरजेंट अपने पीछे परिजनों के साथ-साथ अपने सात माह के बेटे व तीन साल की दिव्यांग बेटी को भी छोड़ गया है। जहां गुरजेंट सरहद पर तैनात था वहीं वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के नारे को भी बुलंद कर रहा था क्योंकि गुरजेंट की तीन वर्षीय बेटी परनीत दिव्यांग है। बावजूद इसके इस बेटी का पालन-पोषण पूरा लाड के साथ किया जा रहा है।

गुरजेंट के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार 24 सितंबर को गुरजेंट सिंह सेना की गाड़ी में जेसीबी के साथ अपने गंतव्य पर जा रहा था कि अचानक सेना की गाड़ी खाई में जा गिरी। जिसमें गुरजेंट सिंह शहीद हो गये। समाज सेवी प्रदु मन मंधेड़ी के नेतृत्व में गांववासी शमशान घाट में सफाई व सस्कार की व्यवस्था कर रहे हैं। परिजनों के मुताबिक गुरजेंट टेक्निशियन के तौर पर सेना में भर्ती हुआ था और उसकी ट्रेनिंग पुणे में हुई थी। इस समय गुरजेंट सेना में सिपाही के पद पर तैनात था और जेसीबी आदि को कंट्रोल करता था। उल्लेखनीय है की शहीद गुरजेंट सिंह का भाई सतनाम सिंह भी सेना में हवलदार के पद पर तैनात है और देश की सरहदों की रक्षा कर रहा है। जबकि पिता रूलदा राम मेहनत का काम करते हैं और परिवार की गांव में कोई जमीन नहीं है।

गांव में पसरा सन्नाटा

वहीं नौजवान युवक की शहीदी से गांव में सन्नाटा पसरा है। पिता रूलदा राम, माता कर्मजीत, पत्नी रिंकी और दिव्यांग बेटी अपने पिता गुरजेंट का याद कर आंसू बहा रही है। बड़ी संख्या में लोग गांव में पहुंच कर परिजनों का ढांढस बंधा रहे हैं।

Tags

Next Story