Ashok tanwar बोले, कांग्रेस के डीएनए में है धोखेबाजी

Ashok tanwar बोले, कांग्रेस के डीएनए में है धोखेबाजी
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कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर (Dr. Ashok Tanwar) ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने जल्द नई पार्टी बनाने के संकेत देते हुए कहा कांग्रेस में गुटबाजी कम होने के बजाए ज्यादा ही हुई है।

सिरसा। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर (Dr. Ashok Tanwar) ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने जल्द नई पार्टी बनाने के संकेत दिए कहा कांग्रेस के डीएनए में धोखेबाजी है। कांग्रेस में गुटबाजी कम होने के बजाए ज्यादा ही हुई है। वे शनिवार को हुडा स्थित अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हो रहे थे।

पूर्व सांसद ने कहा केंद्र व प्रदेश की भाजपानीत सरकारें नरभक्षी के समान व्यवहार कर रही हैं। कर्मचारियों के वेतन भत्ते काटने, ठेकारत कर्मचारियों को हटाने, प्रदेश के हजारों पीटीआई कर्मियों को पलभर में कोर्ट के आदेशों पर हटाने, कोरोना काल में श्रमिकों के लिए किसी प्रकार की सुविधा न देना और व्यापारियों को अधिक टैक्सों के माध्यम से परेशानी देना जैसे कार्यों में सरकार व्यस्त है।

उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित किया है मगर सरकार यदि सजगता से कुछ अहम कदम उठाती तो निश्चित ही कोरोना के महाप्रभाव से बचा जा सकता था। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से प्रतिदिन 2400-2500 लोगों के टेस्ट किए जाने का दावा किया जा रहा है मगर औसतन प्रतिदिन 500 से 600 लोगों के संक्रमण से ग्रस्त होने का आंकड़ा आ रहा है जो सरकार की विफलता का परिचायक है।

पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने केंद्र सरकार को पेट्रो पदार्थों की बढ़ोतरी पर घेरते हुए कहा कि विश्वभर में कच्चे तेल के दामों में गिरावट का लाभ जहां देश के आमजन को मिलना चाहिए था वहीं देश के सबसे समृद्धशाली ग्रुप रिलायंस कर्जमुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि बेशक प्रदेश सरकार इस बात को स्वीकार नहीं करे मगर यह वास्तविकता है कि सरकार की कमजोर और किसानों को परेशान करने वाली नीतियों से आहत किसान अपनी फसलों को हरियाणा की बजाए समीपवर्ती प्रदेशों की मंडी में बेचने को मजबूर हुए जिससे प्रदेश सरकार को करीब 1200 से 1300 करोड़ रुपए के राजस्व की हानि हुई। केंद्र सरकार की ओर से कोरोना काल में घोषित किए गए 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का किसी भी व्यक्ति को सीधे तौर पर नहीं मिला, ऐसे में यह पैकेज बेमानी सिद्ध हुआ है। आलम ये है कि सर्वोच्च न्यायालय के दखल के बाद चिकित्सक वर्ग का वेतन उन्हें मिल पा रहा है। पूर्व सांसद ने कोरोना मामले में सरकार की मंशा को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जिस प्रकार देश में नियमित रूप से कोरोना संक्रमण की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, उसे सामुदायिक तौर पर संक्रमण के बढ़ने की आशंका अधिक है, मगर केंद्र इसे स्वीकारने को तैयार नहीं।

उन्होंने कहा कि अभी किसी भी राजनीतिक दल के लिए यह प्राथमिक नहीं कि वे राजनीतिक मुद्दों को हवा दें क्योंकि इस समय कोरोना और चीन जैसे देशों से निपटने में एकजुटता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा चीन जैसे मुल्क के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है और यही मुद्दा किसी अन्य कमजोर देश के साथ होता तो अभी तक पूरी तीखी प्रतिक्रिया दी जा चुकी होती। डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि बेशक कुछ मुद्दों को कांग्रेस ठीक तरह से उठाती तो है मगर भाजपा के तीखे हमलों के आगे वह उन मुद्दों पर अपना बचाव नहीं कर पाती और यही कारण है कि आज कांग्रेस की स्थिति बेहाल हो गई है। स्वयं के भविष्य के राजनीतिक जीवन पर संकेत देते हुए कहा कि प्रदेश में लोगों का उन्हें काफी समर्थन हासिल है क्योंकि वे जनहित में संघर्ष करने में भरोसा रखते हैं, इसलिए कोरोनाकाल से निकलने के बाद कुछ अच्छी स्थितियों में प्रदेशवासियों के सम्मुख कुछ नई राजनीतिक परिस्थितियों में दिखेंगे। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी फिलहाल किसी भी राजनीतिक दल से कोई बातचीत नहीं है और नई राजनीतिक स्थितियों की सृजनशीलता ही उनमें व उनके समर्थकों में नई ऊर्जा भरेगी।

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