महम विधायक बलराज कुंडू के खिलाफ ASP ने दी शिकायत, डीजीपी और CM को लिखा पत्र, लगाए गंभीर आरोप

महम विधायक बलराज कुंडू के खिलाफ ASP ने दी शिकायत, डीजीपी और CM को लिखा पत्र, लगाए गंभीर आरोप
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वहीं विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि कानूनी कार्रवाई तो एएसपी के खिलाफ बनती है। यह अफसरशाही का रौब दिखाता है। अहंकारी अधिकारी है और जनप्रतिनिधि को भी रौब दिखाता है।

हरियाणा के रोहतक जिले में महम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के खिलाफ महम के एएसपी हेमेंद्र मीणा ने शिकायत दी है। एएसपी ने विधायक पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है और बलराज कुंडू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस बारे में आईपीएस अधिकारी हेमेंद्र मीणा ने हरियाणा के डीजीपी, एसपी, आईजी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।

महम में बतौर एएसपी तैनात आईपीएस अधिकारी हेमेंद्र कुमार मीणा ने निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने एसपी से लेकर आईजी और डीजीपी तक यह शिकायत भेजी है। साथ ही मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को भी पत्र लिखकर विधायक बलराज कुंडू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की अपील की है। शिकायत में कहा है कि महम के विधायक बलराज कुंडू उनके साथ बदमीजी से पेश आते हैं और अभद्र व्यवहार करते हैं और गलत काम के लिए दबाव बनाते हैं। महम कस्बे के एक युवक द्वारा की गई आत्महत्या के संबंध में दर्ज मुकदमे में बिना किसी साक्ष्य के एक महिला को गिरफ्तार करने का नाजायज दबाव बनाया जा रहा है। उनके कहने के मुताबिक काम नहीं किया तो वे उनके साथ बदमीजी पर उतर आए। इससे पूर्व भी वे सरकार के मंत्रियों के नाम का दुरुपयोग करते हुए दबाव बनाते रहे हैं।

विधायक के इस प्रकार के व्यवहार से निष्ठा व ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों का मनोबल गिरता है। आईपीएस अधिकारी हमेंद्र कुमार मीणा ने विधायक बलराज कुंडू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, क्योंकि अधिकारियों पर नाजायज कार्य करने के लिए किसी भी प्रकार का दबाव न बनाया जा सके और न ही वे आगे से किसी अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार कर सकें व बदतमीजी से पेश न आएं। ताकि अधिकारियों और राजनेताओं में आपसी समन्वय बना रहे व अधिकारी आमजन की सेवा कर सकें।

एएसपी अफसरशाही का रौब दिखाता है, तुरंत टर्मिनेट करना चाहिए : कुंडू

विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि कानूनी कार्रवाई तो एएसपी के खिलाफ बनती है। यह अफसरशाही का रौब दिखाता है। अहंकारी अधिकारी है और जनप्रतिनिधि को भी रौब दिखाता है। एक विधायक के प्रति इसका यह व्यवहार है तो आम जनता इससे क्या उम्मीद कर सकती है। यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि जनता की आवाज उठाने वाले विधायक के खिलाफ एक अधिकारी की इतनी हिम्मत है कि वह कानूनी कार्रवाई की बात करता है। ऐसे अधिकारी को तुरंत बर्खास्त कर घर भेज देना चाहिए। अधिकारी को अपने दायरे में रहकर काम करना चाहिए। अधिकारी की एक गरिमा होती है, इसको अपने पद की गरीमा का ही ख्याल नहीं है।

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