ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू करवाने की ऐवज में रिश्वत लेता SDM का रीडर गिरफ्तार, 4 माह पहले ही आया था जमानत पर

ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू करवाने की ऐवज में रिश्वत लेता SDM का रीडर गिरफ्तार, 4 माह पहले ही आया था जमानत पर
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आरोपी रीडर संजीव पूर्व में तहसील कार्यालय में रजिस्टरी क्लर्क था। रजिस्टरी धोखाधड़ी के मामले में भी जेल में बंद रहा है। लगभग चार माह पहले संजीव जमानत पर जेल से बाहर आया था। जमानत पर आने के बाद लगभग तीन माह पहले एसडीएम उचाना के रीडर का कार्यभार संभाला था।

हरिभूमि न्यूज : जींद

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू करवाने की एवज में उचाना एसडीएम कार्यालय के रीडर को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया है। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो रीडर से पूछताछ कर रही है।

गांव अलीपुरा निवासी प्रवेश ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को दी शिकायत में बताया था कि उसने वर्ष 2018 में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया था। कारणवश वह उसे रिन्यू नहीं करवा सका। दस दिन पहले उसने ऑन लाइन लाइसेंस को लेकर आवेदन किया था। लाइसेंस को रिन्यू करने की एवज में उचाना एसडीएम के रीडर संजीव ने दस हजार रुपये की डिमांड की। जिसमे पांच हजार रुपये वह उसे पहले दे चुका है। मॉर्क करने के साथ पांच हजार रुपये की डिमांड और कर रहा है। शिकायत के आधार पर करनाल की निरीक्षक प्रवीन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जबकि गजटिड विटनेंस के तौर पर कृषि विभाग के निदेशक सुरेंद्र को नियुक्त किया गया।

जबकि शेडो विटनेंस कृषि विभाग के क्लर्क महिपाल को बनाया गया। छापामार टीम ने शिकायतकर्ता को गजटिड विटनेंस से हस्ताक्षर तथा पाउडर लगाकर 500-500 के दस नोट थमा दिए। संपर्क साधने पर रीडर संजीव ने शिकायतकर्ता को अपने कार्यालय में बुला लिया। रिश्वत राशि लेकर जेब में डालने के साथ इशारा मिलने पर छापामार टीम ने रीडर संजीव को काबू कर लिया। तलाशी लेने पर उसकी जेब से रिश्वत राशि पांच हजार रुपये बरामद हो गई और हाथ धुलवाए जाने पर उनका रंग लाल हो गया। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने रीडर संजीव के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी।

चार माह पहले जेल से जमानत पर आया था रीडर

गिरफ्तार किया गया रीडर संजीव पूर्व में तहसील कार्यालय में रजिस्टरी क्लर्क था। रजिस्टरी धोखाधड़ी के मामले में भी जेल में बंद रहा है। लगभग चार माह पहले संजीव जमानत पर जेल से बाहर आया था। जमानत पर आने के बाद लगभग तीन माह पहले एसडीएम उचाना के रीडर का कार्यभार संभाला था। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो करनाल की निरीक्षक प्रवीन कुमारी ने बताया कि आरोपित रीडर ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू करने की एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू किया है। फिलहाल आरोपित रीडर से पूछताछ की जा रही है।

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