Attack on Rakesh tikait : गुस्साए किसानों ने केएमपी पर लगाया जाम, देखें हमले के बाद क्या बोले टिकैत

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
राजस्थान के अलवर में किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ी पर हुए हमले के विरोध में किसानों में गुस्सा बना हुआ है। शुक्रवार को आक्रोशित किसान सोनीपत के कुंडली में केएमपी पर पहुंचे और जाम लगा दिया। जिससे वाहन चालकों को खासी परेशानियां उठानी पड़ी। हालांकि जाम लगाने के करीब 20 मिनट बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने केएमपी पर गए सभी किसानों को वापिस बुलाया, जिसके बाद ही चालकों ने राहत की सांस ली। मोर्चा के नेताओं ने कहा कि हमले को लेकर बाद में निर्णय लेकर ही कार्रवाई करेंगे। दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार जानबूझकर आंदोलन में फूट डालने के लिए ही इस प्रकार का षड़यंत्र रच रही है, ताकि आंदोलन को तोड़ा जा सके। उन्होंने संदेश जारी कर किसानों को शांति बनाए रखने की अपील की है।
बता दें कि शुक्रवार सायं करीब 5.30 बजे राजस्थान के अलवर जिले में पहुंचे राकेश टिकैत की गाड़ी पर हमला कर दिया गया, जिससे गाड़ी के पीछे के शीशे टूट गए। राकेश टिकैत की गाड़ी पर हुए हमले की सूचना आग की तरह किसानों में फैल गई। जिससे किसानों में गुस्सा फूट पड़ा। कुंडली धरने पर बैठे सैंकड़ों किसान सायं करीब 6.45 बजे दर्जनों टैक्टर पर सवार होकर कुंडली के पास ही केएमपी पर पहंुचे और जाम लगा दिया। इस दौरान गुस्साए किसानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए।
बैठक कर लेंगे निर्णय
केएमपी पर किसानों द्वारा लगाए गए जाम के बाद कुछ ही देर में वाहनों की लंबी कतारें लग गई। केएमपी पर किसानों द्वारा जाम लगाकर सरकार विरोधी नारे लगाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाने का प्रयास किया, ताकि जाम खोल दें, लेकिन किसान भी अपनी मांग पर अड़े रहे। किसान करीब 20-25 मिनट के बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा ने जाम लगा रहे किसानों को फोन पर संदेश दिया कि फिलहाल जाम न लगाएं और वापस आ जाएं। इस मामले को लेकर बाद में बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। इसलिए फिलहाल शांति बनाए रखें। जिसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया और वापिस धरने पर लौट गए।
हमले के पीछे भाजपा का षड़यंत्र : टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने हमले के बाद एक संदेश जारी कर बताया कि अलवर में जो हमला हुआ है, उसके पीछे भाजपा का षडयंत्र है। इस हमले से जुड़े हमलावर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और स्थानीय सांसद बालकनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के करीबी हैं। यह षड्यंत्र स्थलभौर हरियाणा में रचा गया। किसी भी मोर्चे पर घटना के विरोध में कोई एक्शन नहीं लेना है। संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में इस पर चर्चा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी कि यदि किसानों ने यह काम शुरू कर दिया तो भाजपा के सांसदों व विधायकों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाएगा।
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