Sunday special : घर की चारदीवारी से निकल कर महिलाओं को रक्तदान का संदेश दे रहीं कुरुक्षेत्र की अविनाश कौर

Sunday special : समाज सेवा और मानवता के प्रति समर्पण के रास्ते में कोई बाधा नहीं होती। ये कोई मायने नहीं रखता कि आप महिला हैं या पुरुष। इसके लिए दूसरे के प्रति आपके दिल में करुणा का भाव होना चाहिए। यह साबित करके दिखाया है कुरुक्षेत्र की अविनाश कौर।
पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर जीवन के हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा व योगदान का लोहा मनवा चुकी महिलाओं ने अब लोगों की जान बचाने के लिए भी आगे आना शुरू कर दिया है। आमतौर पर अब तक बहुत कम महिलाएं रक्तदान करती थीं लेकिन अब इनकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। कुछ महिलाएं रक्तदान के लिए प्रेरित भी कर रही हैं और इसके फायदे बता रही हैं। धर्मनगरी में रहने वाली अविनाश कौर उन महिलाओं के लिए प्रेरणस्त्रोत बनी है जो घर के कामों के कारण बाहर नही निकल पाती है। अविनाश कौर में समाजसेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा है। वे घर के कार्यों के साथ समाजसेवा में सदैव तत्पर रहती हैं। अविनाश कौर अब सर्व समाज कल्याण सेवा समिति से जुड़कर समिति द्वारा चलाए जा रहे रक्तदान शिविर, वैक्सीनेशन शिविर, मास्क वितरण व अन्य कार्यों में भाग लेती हैं।
सर्व समाज कल्याण सेवा समिति की जिला कॉर्डिनेटर अविनाश कौर सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीवी कार्यक्रम में अपनी भूमिका को निभाते हुए इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुए लोगों में जारूकता फैलने तथा प्रचार प्रसार का कार्य कर रहीं हैं। अविनाश कौर अब तक 14 बार रक्तदान कर चुकी है और अन्य महिलाओं को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित कर रही है। कोरोना काल मेंं रक्त की मांग बढ़ गई थी।
कोरोना में योगदान
कोरोना काल में लोग अपने घरों से निकलने में हिचक रहे थे तब अविनाश कौर ने सर्व समाज कल्याण सेवा समिति के बैनर तले समिति के पदाधिकारियों के साथ मिलकर 30 रक्तदान शिविरों आयोजन कर सरकारी अस्पताल के रक्त कोष में रक्त की कमी को दूर किया। जब अविनाश कौर से पूछा गया कि आम तौर पर महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होती है तो वे कैसे रक्तदान करें तो उनका जवाब था कि हरी सब्जियां खाएं, अपने आप ही एचबी की कमी पूरी हो जाएगी। सीजनल फल खाएं। सकारात्मक सोच रखे और सेल्फ मोटिवेट होकर रक्तदान करे।
जन्मदिन पर रक्तदान
अविनाश कौर ने बताया कि महिलाओं को सिर्फ प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। बाकी 18 साल से ऊपर वे कभी भी डोनेट कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी मैरिज एनिवर्सरी, अपने बर्थ डे व अपने बेटे व बेटियों के बर्थ डे पर रक्तदान कर एक सामाजिक जिम्मेदारियों को निभा सकते हैं। अविनाश कौर ने आमजन से आह्वान किया कि वे भी रक्तदान करे। इससे शरीर में कोई कमजोरी नही आती है।
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