बहादुरगढ़ : शिल्पकारों के सम्मान के साथ सांस्कृतिक उत्सव का समापन

बहादुरगढ़ : शिल्पकारों के सम्मान के साथ सांस्कृतिक उत्सव का समापन
X
कार्यक्रम में आए अतिथियों ने प्राचीन कारीगर एसोसिएशन तथा बोंदवाल परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन शिल्प को बढ़ावा देने के साथ-साथ कला के पारखियों के लिए भी एक बहुत अच्छा मंच प्रदान करते हैं।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़। दस दिवसीय राष्ट्रीय हस्तशिल्प एवं सांस्कृतिक उत्सव का रविवार को बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 स्थित सामुदायिक केंद्र में रंगारंग समापन हुआ। इस अवसर पर कलाकारों और शिल्पकारों को सम्मानित करते हुए नाबार्ड के अधिकारियों व बोंदवाल परिवार ने हस्तशिल्प-हथकरघा की कला को जीवित रखने के साथ वर्षों पुरानी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में आए अतिथियों ने प्राचीन कारीगर एसोसिएशन तथा बोंदवाल परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन शिल्प को बढ़ावा देने के साथ-साथ कला के पारखियों के लिए भी एक बहुत अच्छा मंच प्रदान करते हैं। दरअसल, प्राचीन कारीगर एसोसिएशन के साथ रूरल एंड अर्बन डेवलेपमेंट फाउंडेशन ने नाबार्ड के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय हस्तशिल्प एवं सांस्कृतिक उत्सव में देशभर के करीब 70 कलाकारों ने भाग लिया।

नेशनल अवार्डी महाबीर प्रसाद बोंदवाल ने बताया कि हस्तशिल्प तथा हथकरघा कृतियां हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपरा का प्रतीक हैं। इस मौके उमड़ी भीड़ ने भी परंपरागत व पुरानी शिल्प कृतियों को देखकर खूब सराहा। समापन अवसर पर अतिथियों के साथ शिल्पगुरु राजेंद्र प्रसाद बोंदवाल ने नेशनल अवार्डी दामजी बुनकर, गंगा लहरी, तरुण शर्मा, महेंद्र सिंह, चंद्रकांत बोंदवाल, गोविंद पाल, साक्षी गर्ग, ज्योति शर्मा, ममता त्रिपाठी, ट्विंकल, ज्योति वर्मा, लक्ष्य धनखड़, अर्चना पंवार, देव दलाल आदि के अलावा सेल्फ हेल्प गु्रप के सदस्यों को सम्मानित किया गया।

ये भी पढ़ें- पेट में उठा दर्द और चली गई जान, मौत के कारणों का खुलासा नहीं

Tags

Next Story