बहादुरगढ़ : एक साल में कई प्रवासियों की हत्या, यूपी-बिहार-बंगाल के लोग अपराध का शिकार हो रहे

बहादुरगढ़ : एक साल में कई प्रवासियों की हत्या, यूपी-बिहार-बंगाल के लोग अपराध का शिकार हो रहे
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बीते एक साल की बात करें तो बहादुरगढ़ इलाके में दर्जनभर प्रवासी लोगों की हत्या हो चुकी है। इन अधिकांश वारदातों को अंजाम भी प्रवासियों ने ही दिया है। झगड़े, नशे और चरित्र संदेश के चलते ये वारदात हुई हैं।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

रोजगार के सिलसिले में अपना गांव-परिवार को छोड़कर यहां आने वाले यूपी-बिहार-बंगाल आदि के लोग अपराध का शिकार हो रहे हैं। बीते एक साल की बात करें तो बहादुरगढ़ इलाके में दर्जनभर प्रवासी लोगों की हत्या हो चुकी है। इन अधिकांश वारदातों को अंजाम भी प्रवासियों ने ही दिया है। झगड़े, नशे और चरित्र संदेश के चलते ये वारदात हुई हैं।

गत 22 फरवरी को छोटूराम नगर स्थित बंद कमरे में एक व्यक्ति का शव मिला। कमरे का ताला बाहर से बंद था। लिहाजा हत्या की आंशका जताई गई। मृक की शिनाख्त राजकुमार निवासी आगरा के रूप में हुई। परिजनों के बयान पर इस संबंध में पत्नी व उसके दोस्त शिवदयाल के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ। बीती 20 फरवरी की सुबह छोटूराम नगर के खाली प्लॉट में एक युवक का शव मिला। गला रेतकर हत्या की गई थी। मृतक 22 वर्षीय रवि मूल रूप से दरभंगा का निवासी था। साथ बैठकर शराब पीने वाले रवि के तीन दोस्तों पर ही हत्या का आरोप है। अभी तक वारदात अनसुलझी है। पिछले महीने जनवरी में अगवा कर सूरज नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। सूरज मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। एक दिन पहले हुए झगड़े की रंजिश में उसको मौत के घाट उतारा गया। एक जनवरी 2023 की देर शाम को सांखोल की झाडि़यों में पांच वर्षीय बच्ची का शव मिला था। दुष्कर्म के प्रयास के बाद उसे गला दबाकर मारा था। मृतका बच्ची यूपी मूल की थी। पड़ोस में रह रहे उत्तर प्रदेश के ही आरोपित रमाकांत ने उसे हैवानियत का शिकार बनाया था। गत 31 दिसंबर को टॉफी दिलाने का बहाना बनाकर वह उसे अपने साथ ले गया और वारदात की थी।

नवंबर-2022 में पटेल नगर में आरोपित अर्जुन ने अपनी पत्नी जिब्ची देवी की सिर में चोट मारकर हत्या कर दी थी। अर्जुन वारदात से करीब 20 दिन पहले ही रोजगार के सिलसिले में बहादुरगढ़ आया था। जुुलाई-2022 में धर्मविहार में किराये पर रह रही एक महिला पर युवक ने ताबड़तोड़ चाकू से वार किए थे। एक तरफा प्रेम के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया था। जून-2022 में इस्सरहेड़ी स्थित माया गार्डन में करीब 18 वर्षीय सागर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। सागर के परिचित सचिन ने होली पर हुए झगड़े की रंजिश में साथियों संग मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। मई-2022 में बराही फाटक के पास एक कमरे में बिहार मूल के हरिभूषण की गला रेतकर हत्या की थी। इस वारदात को हरिभूषण के दोस्त ने ही अंजाम दिया था। अप्रैल-2022 में लाइनपार के सुभाष नगर में एक 15 साल के किशोर ने दस वर्षीय गोलू की ईंट-पत्थर से वार कर हत्या कर दी थी। गुनाह कुबूल करने पर आरोपित किशोर ने कहा था कि गोलू ने उसकी मां के बारे में गालियां दी थी, इसलिए मौत के घाट उतारा।

पिछले वर्ष होली के दिन एमआईई में नाचने को लेकर सिक्योरिटी गार्ड और आसपास झुग्गियों मंे रहने वाले लोगों में विवाद हुआ था। इस विवाद में बंगाल मूल के शरीफुल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। साल भर पहले ही छोटूराम नगर में आगरा की निवासी रिचा की ईंट मारकर हत्या कर दी थी। किरायेदार निरंजन ने वारदात को अंजाम दिया था। यह आरोपित भी प्रवासी था। लगभग साल भर पहले लाइनपार में ही एक प्रवासी व्यक्ति ने दोस्त के साथ मिलकर गला घोंट कर पत्नी को मौत के घाट उतारा था। इन अधिकांश वारदातों को अंजाम देने वाले भी प्रवासी ही रहे हैं। हत्याओं को छोड़ दें तो लूटपाट, छीना झपटी, चोरी आदि वारदातों की जकड़ में भी ये लोग आ रहे हैं।

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