बहादुरगढ़ : सांडों की लड़ाई में बंद रेलवे फाटक पर खड़े कई लोग घायल

बहादुरगढ़ : सांडों की लड़ाई में बंद रेलवे फाटक पर खड़े कई लोग घायल
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घायल बलवान सिंह का कहना है कि लाइनपार में बेसहारा गोवंश की भरमार है। कम से कम फाटक के आसपास गंदगी और बेसहारा पशुओं को हटाने की बहुत जरूरत है। उन्हें काफी चोट आई है। प्रशासन इस तरफ ध्यान दें ताकि किसी और के साथ ऐसा हादसा न हो।

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

बराही रेलवे फाटक के पास गंदगी के ढेर में मंडराते पशु आम नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बने हैं। गंदगी में मुंह मारते गोवंश आपस में भिड़ गए। फाटक बंद होने के कारण वहां खड़े कई लोग गोवंश की चपेट में आ गए। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। लोगों ने इस विषय पर संज्ञान लेने की मांग उठाई है।

दरअसल, बराही फाटक पर लाइनपार के हिस्से में एक तरफ तो रेलवे की जमीन पर पार्क विकसित किया जा चुका है, लेकिन दूसरी तरफ जमीन खाली है। इस हिस्से में गंदगी की भरमार रहती है। आसपास कॉलोनी के लोग व सफाई कर्मचारी यहां कचरा डालते हैं। अक्सर समय पर उठान न होने के कारण कचरा फैला रहता है। इस वजह से आसपास दुर्गंधभरा वातावरण तो रहता ही है, बेसहारा पशुओं की भी भरमार रहती है। कचरे में मुंह मारते ये पशु कई बार लड़ पड़ते हैं, जिस वजह से दुर्घटना होने की आश्ंाका बनी रहती है। शुक्रवार को भी कुछ गोवंश भिड़ गए। संयोगवश उस वक्त फाटक बंद थी। कई लोग गोवंश की चपेट में आकर घायल हो गए। लाइनपार के निवासी बलवान को काफी चोट आई है। उनकी स्कूटी सहित अन्य लोगों के वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।

बलवान सिंह का कहना है कि लाइनपार में बेसहारा गोवंश की भरमार है। कम से कम फाटक के आसपास गंदगी और बेसहारा पशुओं को हटाने की बहुत जरूरत है। उन्हें काफी चोट आई है। प्रशासन इस तरफ ध्यान दें ताकि किसी और के साथ ऐसा हादसा न हो। लाइनपार के निवासी राहुल, अमित, दीपक आदि का कहना है कि दिनभर में यह फाटक कई बार बंद होती है। इस वजह से हजारों लोगों को परेशानी होती है। इस फाटक पर अंडरपास की बेहद ज्यादा दरकार है। कम से कम फाटक के पास गंदगी भरे हालातों से तो निजात दे दी जाए। फाटक बंद होती है तो यहां खड़ा रहना भी मुश्लिक हो जाता है। बेसहारा पशुओं के कारण भी हादसे हो रहे हैं।

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