बहादुरगढ़ : अंतरधर्म विवाह मामले में पंचायत ने लिया कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़। हिंदू लड़की द्वारा दूसरे धर्म के युवक के साथ की गई शादी को लेकर बुपनिया में एक बार फिर वीरवार को पंचायत हुई। दो खापों की इस पंचायत में लड़के पक्ष को बुलाया गया। उनकी बात सुनने के बाद इस मामले में अब कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला लिया गया है। दूसरी तरफ पुलिस भी मामले में गंभीर है। लड़के के परिवार को सुरक्षा प्रदान कर ली गई।
दरअसल, दो अलग धर्मों के युवक-युवती ने गत 11 फरवरी को शादी कर ली थी। लड़का बादली हलके के गांव तो लड़की बेरी हलके के गांव की है। लड़का सेना में है। फिलहाल फरीदकोट में कार्यरत है। इस अंतरधर्म विवाह की खबर सामने आते ही लड़की के परिवार व ग्रामीणों में रोष पनप गया था। गत 20 फरवरी को इस सिलसिले में बुपनिया में पंचायत हुई थी। पंचायत में लड़के के परिवार को बुलाया गया था। लड़के वालों को दो दिन के भीतर लड़की वापस लाने का अल्टीमेटम दिया गया था। यह समयावधि समाप्त हुई, तो वीरवार को पंचायतियों ने लड़के के परिवार से संपर्क किया। परिवार ने बताया कि वे फरीदकोट में जाकर लड़के से मिले थे। शादी को तोड़ने की बात कही, लेकिन लड़के ने उनकी नहीं सुनी। परिजनों के इस तर्क के बाद गांव में पंचायत शुरू हुई। पंचायत में दोनों खापों से जुड़े काफी लोग शामिल हुए। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी भारी संख्या में तैनात था। कई पुलिस अधिकारी हालातों पर नजर रखे हुए थे।
पंचायत में लड़के के परिवार को भी बुलाया गया था। भय के चलते परिवार आने से बच रहा था। पुलिस के साथ परिवार के सदस्य पंचायत में पहुंचे। इससे पहले पुलिस ने यह साफ शब्दों में कह दिया कि परिजनों पर किसी तरह का दबाव न बनाया जाए। लड़के के चाचा ने पंचायत में वही बात दोहराई और कहा कि लड़का हमारी बात नहीं मान रहा। सामाजिक नाते से हम पंचायत के साथ हैं। यह सुनकर पंचायत ने आगे कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला लिया। पुलिस प्रशासन से भी पंचायत का साथ देने की उम्मीद जताई।
गवाह कर रहे इंकार
गुलिया खाप के प्रधान सुनील कुमार का कहना है कि मामले में दो बार पंचायत हो चुकी है। लड़के पक्ष ने भी माना है कि उनके बेटे ने गलत कदम उठाया है। परिवार फरीदकोट जाकर लड़के से मिला है, लेकिन उसने बात मानने से इन्कार कर दिया। इस विवाह में कुछ खामियां हैं। जिन दो युवकों को दस्तावेजों में गवाह बनाया गया है, वे इन्कार कर रहे हैं। जब भी किसी का धर्म परिवर्तन करवाया जाता है, तो गांव की पंचायत व प्रशासन को सूचना भेजी जाती है, लेकिन इस केस में यह प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। इस मामले में अब कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला लिया गया है।
बुपनिया में पंचायत हुई थी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। हमने पंचायत से निवेदन किया है कि शांति बनाए रखें। किसी धर्म के प्रति दुर्भावना नहीं रखनी है और अफवाहों से बचना है। यदि सामाजिक तौर पर मामला सुलझता है, तो हमें स्वीकार है, लेकिन जबरदस्ती नहीं की जा सकती। पंचायत भी शांति बनाए रखने की बात कह रही है। लड़के के परिवार को सुरक्षा प्रदान की है। - राहुल देव, डीएसपी, झज्जर
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