Bahadurgarh : कटरा हाइवे पर काम का हवाला देकर 25 लाख का तेल ले गए शातिर

- रोहद व जाखोदा स्थित पेट्रोल पंप मालिकों के साथ हुई वारदात
- शातिरों द्वारा जमा कराए गए दस्तावेज निकले फर्जी
Bahadurgarh : ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधी तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। अब शातिरों ने कटरा हाइवे पर काम का हवाला देकर बहादुरगढ़ के दो पेट्रोल पंप मालिकों को 25 लाख रुपए से अधिक की चपत लगा दी। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पहले विश्वास जीता और फिर हजारों लीटर डीजल तेल ले लिया। जब रुपये देने की बारी आई तो चंपत हो गए। इस संबंध में पुलिस को शिकायत दे दी गई है। शिकायत के आधार पर आसौदा थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जाखोदा और रोहद के पेट्रोल पंपों पर यह वारदात हुई है। पीड़ित रोहित का कहना है कि उनका रोहद में श्री फिलिंग स्टेशन नाम से पंप है। 24 अप्रैल को उनके पास एक कॉल आई। कॉलर ने अपना नाम मनीष बताया और कहने लगा कि उन्हें कटरा हाइवे पर मिट्टी डालने का काम मिला है। करीब 9 महीने तक काम चलेगा। हमारी कंपनी आरएस ट्रेडर्स एंड बिल्डर्स नाम से है। हमें गाड़ियों के लिए डीजल चाहिए। इस पर हमने मनीष शर्मा से कहा कि पंप पर आकर बात करो। उसी दोपहर को मनीष अपने सुपरवाइजर राजेश के साथ पंप पर आया और बातचीत शुरू हुई। पंप मैनेजर ने उससे चेक, पेन कार्ड, लेटरहेड सहित अन्य जरूरी दस्तावेज मांगे। अगले दिन 25 अप्रैल को सुपरवाइजर राजेश ने वे दस्तावेज जमा करा दिए। फिर 27 अप्रैल से एक मई तक पांच बार करके लगभग 12 हजार 650 लीटर डीजल ले लिया। जब तीन मई को हमने पेमेंट जमा कराने के लिए कॉल की तो नंबर बंद था। फिर चार मई को हम साइट (जसोरखेड़ी) गए तो देखा वहां कोई काम नहीं चल रहा था। इस तरह से आरोपित शातिर ने हमें 11 लाख 39 हजार छह रुपये की चपत लगा दी।
वहीं दूसरी तरफ सुमन दहिया का कहना है कि जाखोदा में उनका विशाल फिलिंग स्टेशन है। 17 अप्रैल को दो आदमी हमारे पंप पर आए थे। उन लोगों ने कहा कि हमें कटरा हाइवे पर रोड़ी डालने का काम मिला है। इस काम के लिए डीजल की आवश्यकता है। बात आगे बढ़ी तो सिक्योरिटी के तौर पर उन लोगों ने ब्लैंक चेक सहित अन्य जरूरी दस्तावेज जमा करा दिए। इसके बाद 19 अप्रैल से 27 अप्रैल तक छह बार में 15 हजार 250 लीटर तेल ले लिया। दो बुलेरो पिकअप गाड़ियों में तेल ले जाया जाता था। जब बिल की बात आई तो मनीष शर्मा नाम के आदमी के पास कॉल की, लेकिन नंबर बंद था। फिर हमने दस्तावेज जांचे तो सभी फर्जी मिले और जिन गाड़ियों में तेल ले जाया जाता था, उनकी नंबर प्लेट भी नकली पाई गई। शातिरों ने हमें 13 लाख 74 हजार 965 रुपये की चपत लगाई है। वहीं आसौदा पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच चल रही है। आरोपिताें तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द से जल्द मामले को सुलझाने का प्रयास रहेगा।
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