Bahadurgarh : चुनावों से एक साल पहले ही वर्तमान व पूर्व विधायकों में छिड़ी जुबानी जंग

- इनेलो के नफे सिंह राठी, भाजपा के नरेश कौशिक व कांग्रेस के राजेंद्र जून में छिड़े वाक-युद्ध से प्रबुद्धजन निराश
- तीनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर लगा रहे निजी आक्षेप
Bahadurgarh : हरियाणा विधानसभा के चुनाव अगले साल अक्टूबर में अपेक्षित हैं। लेकिन अभी से बहादुरगढ़ का सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है। चुनावी रण में उतरने से पहले ही इनेलो, भाजपा व कांग्रेस के स्थानीय सेनापति एक-दूसरे पर निजी हमले कर रहे हैं। वर्तमान से लेकर पूर्व विधायक एक दूसरे पर निजी आक्षेप लगा रहे हैं। हालांकि इस वाक-युद्ध में भाषाई गरीमा भी तार-तार हो रही है। तीनों के भाषण इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं तथा प्रबुद्धजन राजनीति के इस स्तर से निराश हैं। उनके अनुसार इन जिम्मेदार नेताओं को निजी आक्षेप की बजाय जनता के सरोकार के मुद्दों पर अपने पक्ष रखने चाहिए।
बीते दिनों एक साक्षात्कार के दौरान इनेलो प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने कहा कि वर्तमान सरकार किसी की भलाई का कोई काम नहीं करती। लोग बहुत दुखी हैं सरकार से। विधायक तै बेचारा तीसरी बार बन लिया। उसने लगभग पौने 14 साल हो गए। विधानसभा में आज तक बोल्या ए ना है आगला। विधानसभा में भी मूछे ही पिनाए रहैव है। बोल्याए ना जाता, घिग्घी बंध जा है। यो तै दिखन-दिखन का है। काम कोई करता ही नहीं। उनका दावा है कि हरियाणा में भारी परिवर्तन होगा। देवीलाल के दौर में मिली राजनीतिक सफलता की तरह एक बार फिर इनेलो सत्ता में वापसी करेगी।
पूर्व विधायक नरेश कौशिक का कहना है कि ये भाई साढ़े तीन साल में अब बहादुरगढ़ में आया है। कोराेना काल में लोग छाती पर तख्ती लगाकर घूमते रहे गुमशुदा विधायक की तलाश। अब चुनाव नजदीक आ गए। एक ही बात कहता है कि मने तो हुड्डा के नाम पर वोट मिल ज्या हैं। मैने के जरूरत है आन की। हुड्डा ने जो एमएलए चाहिए तो अपने आप मेहनत करेंगे। अब हाथ से हाथ जोड़ते घूम रहे हैं। अभी भाई तीसरी बार बना है। आज तक उसने खड़ा होकर कभी विधानसभा में बहादुरगढ़ हलके की आवाज नहीं उठाई। मैं जनता से यही निवेदन करूंगा कि एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएं।
विधायक राजेंद्र जून ने दो दशक पुराने लॉटरी बाजार का जिक्र करते हुए दोनाें को गुरु चेला बताया। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ अपनी राजनीति चमकाने के लिए बोलते हैं। बगैर सवाल लगाए मैं तीन बार विधायक बन चुका हूं। बहादुरगढ़ में मेट्रो, बस स्टेंड, अस्पताल, बाईपास व आईटीआई हम लेकर आए। कच्ची कॉलोनियों में काम करवाएं। मैं पढ़ा लिखा हूं। इनको अफसरों से बातचीत करनी नहीं आती। हमारे काम बगैर प्रश्न लगाए हो जाते हैं। हुड्डा साहब हमारे नेता हैं। कौशिक 2014 में मोदी के नाम पर जीतकर आए। ये खट्टर के नाम पर जीतकर दिखाए। इनके वश का कुछ नहीं है। इन्होंने केवल अपनी जेब भरी हैं।
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