अनूठी पहल : शादी में पौधों से बारातियों का स्वागत, दहेज में भी दिए सिर्फ पौधे

अनूठी पहल : शादी में पौधों से बारातियों का स्वागत, दहेज में भी दिए सिर्फ पौधे
X
फतेहाबाद जिले के गांव ढांड के अलावा आसपास के क्षेत्रों में इस शादी की खासी चर्चा होने लगी है और लोग परिवार के इस प्रयास को काफी सराहना कर रहे हैं।

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद

पर्यावरण संरक्षण को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में सामाजिक बदलाव का दौर शुरू होता नजर आ रहा है। गांवों में दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों का त्याग कर, इसके बदले दहेज में पौधे दिए जाने की अनूठी पहल शुरू हो चुकी है। इस कड़ी में गांव ढांड में दो बेटियों की शादी में परिजनों ने दहेज में एक नारियल रुपया व पौधे भेंट करके दहेज की रस्म अदा की। इतना ही नहीं बारातियों का सम्मान भी पौधे भेंट करके किया गया। गांव ढांड के अलावा आसपास के क्षेत्रों में इस शादी की खासी चर्चा होने लगी है और लोग परिवार के इस प्रयास को काफी सराह रहे हैं।

गौरतलब है कि समाजसेवी अमर सिंह पोटलिया की पोतियों मुनेश व सोनू का विवाह गांव खाई शेरगढ निवासी बलवंत चाहर के पोतों हर्ष व अनिल के साथ होना निश्चित हुआ था। विवाह समारोह में बारात आगमन उपरांत जब कन्यादान रस्म शुरू हुई तो अमर सिंह के पुत्र किशोरी लाल ने अपनी बेटियों का कन्यादान दुल्हों को पौधे भेंट करके शुरू किया। इसके उपरांत अन्य रिश्तेदारों को भी सम्मान स्वरूप पौधे भेंट किए जाने लगे।

गांव ढांड में दहेज प्रथा के खिलाफ एक नेक पहल की शुरूआत करने मेें पर्यावरण संरक्षण एवं नवविवाहित लड़कियों के चाचा प्रदीप पोटलिया ने अहम भूमिका अदा की, जिसे दुल्हा पक्ष ने इस पहल का समर्थन करके पर्यावरण संरक्षण को नई शुरुआत करने में अहम कड़ी का काम किया। इस अवसर पर दलीप पोटलिया, सुभाष पोटलिया, राजेन्द्र पोटलिया, दान पोटलिया, संत सिंह, बंसी चाहर आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Tags

Next Story