ऐप कंपनियों से रहें सावधान! चुटकियों में लोन देने के नाम पर बनाया जा रहा ठगी का शिकार

ऐप कंपनियों से रहें सावधान! चुटकियों में लोन देने के नाम पर बनाया जा रहा ठगी का शिकार
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यह एप्प कंपनियां पहले जरूरतमंद लोगों को आसानी से लोन के जाल में फंसाती हैं, इनकी ब्याज दर बहुत कम होने के कारण व्यक्ति इनके जाल में फंस जाता है । इसके बाद लोन वसूली के नाम पर कंपनियों द्वारा व्यक्ति का मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न किया जाता है। इन एप्प कंपनियों की वजह से कई लोग खुदकुशी कर चूके हैं ।

कुरुक्षेत्र : तकनीक का फायदा उठाकर ऐप कंपनियां लोगों को ठगी का शिकार बना रहीं हैं। कंपनियों के जाल में सबसे ज्यादा युवाओं को फंसाया जा रहा है जो अपनी छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए युवा ऐप का सहारा ले रहे हैं। इस बारे में आमजन को जागरुक करते हुए कुरुक्षेत्र पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है । इस बारे में आमजन को जागरुक करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अंशु सिंगला ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आजकल डिजिटल का जमाना है। हर चीज धीरे-धीरे डिजिटल होती जा रही है। इस कड़ी में युवाओं को लुभाने के लिए व उनकी जरुरतों को ध्यान में रखकर एप्प कंपनियां लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।

चुटकियों में लोन देने वाले एप्प से सावधान रहने की आवश्यकता है। बिना किसी दस्तावेज के चुटकियों में लोन दिलाने का दावा करने वाले मोबाइल एप्प से सावधान रहकर ही मानसिक उत्पीडन तथा आर्थिक उत्पीडन से बचा जा सकता है। यह एप्प कंपनियां पहले जरूरतमंद लोगों को आसानी से लोन के जाल में फंसाती हैं, इनकी ब्याज दर बहुत कम होने के कारण व्यक्ति इनके जाल में फंस जाता है । इसके बाद लोन वसूली के नाम पर कंपनियों द्वारा व्यक्ति का मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न किया जाता है । इन एप्प कंपनियों की वजह से कई लोग खुदकुशी कर चूके हैं । यही कारण है कि पुलिस का ध्यान इन एप्लीकेशन कंपनियों की तरफ गया है और लोगों को इनसे सावधान कराने की जरूरत महसूस हुई है।

इस तरह फंसाती है लोन दिलाने वाली एप्प कंपनियां

इस तरह की एप्प आधारित देश में करीब 700 कंपनियां चल रही है । यह एनबीएफसी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के तहत पंजीकृत भी हैं । कोरोना महामारी के दौरान लोग आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं । यह एप्पस कंपनियां लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाती हैं। यह एप्पस कंपनियां विज्ञापन के माध्यम से, ईमेल व मैसेज आदि के माध्यम से लोगों को बिना किसी डॉक्युमेंट के ही झटपट पैसे देने का लालच देती हैं। यह कंपनियां लोन के रूप में छोटी-छोटी राशि 10 से लेकर 20 हजार रुपये तक का लोन देने का ऑफर करती हैं । ज्यादातर निम्न वर्ग व युवा वर्ग के लोग इनके जाल में फंस जाते हैं । लोन देने की प्रक्रिया के दौरान कंपनियां व्यक्ति से फोन में व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंचने की अनुमति मांगती हैं । जानकारी के अभाव में लोग अनुमति दे देते हैं। कंपनियों के पास व्यक्ति के बैंक खातों सहित उनकी व्यक्तिगत जानकारी भी पहुंच जाती है । ब्याज दर अधिक होने के क्या कारण व्यक्ति इनके जाल में फंस जाता है । उसके बाद लोन रिकवरी के नाम पर कंपनियों के काल सेंटरों से व्यक्ति को गाली-गलौच व धमकियां देना शुरू कर देते हैं । व्यक्ति के सम्पर्क के लोगों को भी कॉल करके गाली गलौच व धमकाया जाता है । इस प्रकार की कम्पनियों द्वारा युवाओं को मोटरसाइकिल आदि खरीदने के लिए लोन देकर उनको अपने जाल में फंसा लिया जाता है । उसके बाद ब्याज दर अधिक होने के कारण उनको मानसिक रुप से प्रताडित किया जाता है । फिर यह एप्प कंपनी उनके कॉन्टैक्ट डिटेल्स को ट्रैक कर लोन डिफॉल्ट के बारे में परिवार और दोस्तों से संपर्क करके उनको भी धमकाते हैं। उसके बाद परिवारजन उनके लोन को चूका देते हैं। कुछ मामलों में इन एप्पस के जरिए लोन लेने वाले लोगों को बहुत परेशान होना पड़ा है।

कोई जानकारी न दें

आमजन से अपील की जाती है कि इस तरह के लोगों के झांसे में न आएं । यह भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी अनजान व्यक्ति को केवाईसी डॉक्युमेंट्स के बारे में कोई जानकारी नहीं देनी चाहिए । लोन देने वाली यह एप्प कंपनियां आमजन को अनेक तरीकों से अपने झांसे में लेती हैं । एक लोन को चुकाने के लिए दूसरे लोन का ऑफर भी करते हैं। एक लोन के बाद दूसरा लोन । इस तरह की लोन देने वाली कंपनियों के झांसे में आने से बचें। इन तरह की कंपनियो को अपनी निजी जानकारी देने से बचें ताकि आप मानसिक प्रताडना से बच सकें ।

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