Bhiwani : कस्बे में खेल स्टेडियम न होने के कारण प्रतिभाएं तोड़ रही दम

Bhiwani : कस्बे में खेल स्टेडियम न होने के कारण प्रतिभाएं तोड़ रही दम
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  • कस्बावासी लंबे समय से कर रहे हैं स्टेडियम की मांग
  • चुनाव के दौरान हर बार बनता स्टेडियत का मुद्दा

Bhiwani : बवानीखेड़ा कस्बा की हजारों की आबादी होने के बाद भी खेल स्टेडियम नहीं है, जबकि छोटी-छोटी पंचायतों में विराट खेल स्टेडियम मौजूद है। इसे कस्बा का दुर्भाग्य कहें या कुछ नेताओं की तुच्छ सोच, किस कारण कई बार योजनाएं, रेजूलेशन होने पश्चात भी कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया। खेल स्टेडियम न होना कस्बावासियों के लिए टीस हैं कि खेल प्रतिभाएं अभाव में दम तोड़ रही हैं। हर बार चुनावाें में इसका मुद्दा उठता है, जगह निर्धारित होती है, स्टेडियम को पास भी किया जाता है, लेकिन काम शुरू नहीं होता।

उल्लेखनीय है कि बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव चुने जाने के बार अनेक मंत्री राजनीति में चमके, लेकिन क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं के लिए कुछ अच्छा नहीं किया। कई बार राजनीति हावी हो जाती है, काम भी चालू हुआ तो कहीं कार्य किसी अड़चन के कारण अटक गया। बस युवा प्रतिभाएं स्टेडियम न होने के चलते दम तोड़ देती है, जिससे जोर का झटका धीरे से लगता है। सरकार ने जिस प्रकार से उपमंडल पर गौर किया, फिर पंचायतों की मनाही के चलते अधर में अटक गया। इसी प्रकार प्रतिभाओं को देखते हुए खेल स्टेडियम पर भी गौर तो हुआ पर सिरे नहीं चढ़ा।

बिजलीघर के पास था स्टेडियम

बवानीखेड़ा के बिजलीघर के पास वर्षों पहले वाल्मीकि स्टेडियम में युवा प्रतिभा का दमखम दिखाते थे और कई वर्षों तक उसका बोर्ड भी लगा रहा। बाद में उसके स्थान पर नियमित रूप से स्टेडियम बनाने की बात चली और हर्बल पार्क की भी बात सामने आई, लेकिन वह हर्बल पार्क बवानीखेड़ा की बजाय कहीं और चला गया और यहां के हिस्से स्टेडियम तो आया लेकिन वे जमालपुर मार्ग पर बनना सुनिश्चित हुआ, वजह कुछ रही हो पर ये बन नहीं पाया।

बिजली घर के समीप हुआ पास, फिर लगी ब्रेक

जमालपुर रोड पर विवादित मामले को लेकर फिर से बिजलीघर के पास स्टेडियम को हरी झंडी मिली, जिस पर करोड़ों रूपयों की लागत आनी थी और राशि भी जारी हुई, लेकिन कोई तकनीकी खामी के चलते फिर ब्रेेक लग गया, जिसकारण बिजली की हाईवोल्टेज तारों का गुजरना व अन्य कारण बताए गए। ख्ेाल स्टेडियम न होने के चलते युवा खिलाडि़यों की प्रतिभाएं दम तोड़ रहीं हैं।

अभ्यास करने आते हैं सैकड़ों युवा

युवाओं ने स्वयं व समाजसेवियों के खर्च पर अनाजमंडी के समीप खेल मैदान की व्यवस्था की गई है, जिसमें हनुमान पारासर, सुरेश ओड, महाबीर सिंह, प्रवीण हंस सहित सैंकड़ों युवाओं व समाजसेवियों ने इसकी कुछ व्यवस्था की, ताकि खिलाड़ी अभ्यास कर सकें। युवाओं द्वारा खेल स्टेडियम को लेकर पिछले दिनों भी इसी को लेकर नपा सचिव को ज्ञापन सौंपा गया था, जिन्होंने आश्वासन दिया कि स्टेडियम की सुध ली जाएगी, लेकिन युवाओं व कस्बावासियों का कस्बा में खेल स्टेडियम न होने को लेकर रोष बढ़ता देखा जा सकता है।

जल्द होगा स्टेडियत का निर्माण

खेल स्टेडियम को लेकर हल्का विधायक बिशंबर वाल्मीकि ने बताया कि सरकार खिलाडि़यों की प्रतिभा को हमेशा उबारने का कार्य करती है। मुख्यमंत्री व खेल मंत्री से मांग करेंगें की बवानी खेड़ा में एक नहीं एक से अधिक खेल स्टेडियम बनाया जाएं ताकि हमारी प्रतिभाएं दम न तोड़ सकें।

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