Bhiwani : आटा-चावल की नहीं हो रही पूर्ति, दलिया से पेट भर रहे नौनिहाल

Bhiwani : आटा-चावल की नहीं हो रही पूर्ति, दलिया से पेट भर रहे नौनिहाल
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  • अधिकांश स्कूलों में न तो गेहूं (आटा) और न ही चावल की पहुंची सप्लाई
  • सरकार की मिड डे मील योजना को सरकारी तंत्र ने दिखाया ठेंगा

Bhiwani : कंजूसी में कई बार घरों में बुजुर्ग महिलाओं द्वारा कहते सुना होगा कि आटा नहीं है तो आज चावल बना लो, अगर चावल भी नहीं है तो दलिया बनाकर सभी परिजनों को खिला दो। ऐसी नौबत सरकारी स्कूलों में बच्चों को दोपहर के वक्त दिए जाने वाले मिड-डे- मील में आ गई है। चूंकि सरकारी स्कूलों में पिछले कई दिनों से न तो गेहूं की सप्लाई भेजी गई और न ही आटे की। यहां तक कि चावल की सप्लाई पर भी पूरी तरह से ब्रेक है। ऐसे में जिन स्कूलों में थोड़ा बहुत गेहूं का स्टॉक बचा था। उस गेहूं का दलिया बनवाकर बच्चों को दोपहर के वक्त दिया जा रहा है। यह स्थिति किसी एक स्कूल में नहीं, बल्कि जिले के अधिकांश स्कूलाें के समक्ष बनी हुई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूलों में मिड डे मील के भोजन के लिए राशन की सप्लाई डिस्टर्ब है। किसी स्कूल में पहुंची तो किसी में नहीं। पिछले एक माह से राशन की सप्लाई न पहुंचने से स्कूलों में दोपहर के भोजन की अजीब सी स्थिति बनी हुई है। मैन्यू के हिसाब की बजाय वैसे ही बच्चों काे दलिया खिलाकर पेट भरा जा रहा है। कई स्कूल तो ऐसे है, उनमें दलिया बनाने के लिए गेहूं आदि तक भी नहीं है। वे अन्य स्कूलों से गेहूं उधार ला रहे है। हैरानी की बात यह है कि कई बार विभाग द्वारा राशन के स्टॉक के बारे में जानकारी तो मांगी गई, लेकिन आज तक स्कूलों में राशन नहीं भेजा, जिसके चलते भोजन बनाने में परेशानी हो रही है।

गेहूं की जगह भेजना था आटा

मिड-डे-मील योजना में बदलाव करते हुए सरकार की तरफ से स्कूलों में गेहूं की जगह आटा भिजवाया जाना था। हालांकि कुछ स्कूलों ने इस पर ऐतराज जताया और आटा लेने पर सहमति से इंकार कर दिया था, लेकिन उसके बाद न तो उन स्कूलों में गेहूं की सप्लाई भेजी गई और न ही आटे की। जिसके चलते स्कूलों में गेहूं व आटे की किल्लत बनी हुई है। जिन स्कूलों ने आटे के लिए हामी भर दी थी। उन स्कूलों में भी आटा नहीं पहुंच पाया। दूसरी तरफ न जाने किस वजह से स्कूलों में चावल की सप्लाई भी जारी नहीं हो पाई, जिसकी वजह से मिड-डे- मील का राशन तैयार करने में स्कूलों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सोमवार को भेज दी जाएगी सप्लाई : नागर

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संतोष नागर ने बताया कि पहले स्कूलों में गेहूं भेजा जाता था। अब गेहूं की जगह आटा भेजा जाने लगा। थोड़ी सी नई व्यवस्था बनी है। उसके बाद भी उन्होंने राशन सप्लाई करने वाली एंजेसियों को शीघ्र व समय पर सप्लाई भेजने के निर्देश दिए है। वैसे स्कूलों में सप्लाई भेजी जा रही है। जिन स्कूलों में राशन की समस्या है, वहां पर सोमवार को सप्लाई भेज दी जाएगी। इस मामले में कोई ढिलाई नहीं रहने दी जाएगी।

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