Bhupendra Hooda बोले : यौन शोषण के मामले को भड़काने के लिए राजनीति कर रही सरकार

- डिप्टी सीएम पर आरोप, भुक्कल के खिलाफ की गलत बयानबाजी
- यौन शोषण के मामले की सीबीआई जांच से क्यों भाग रही सरकार
- बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई सरकार
Haryana : नेता विपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यौन शोषण के आरोपी प्रिंसिपल पर उचित कार्रवाई और मामले की सीबीआई से जांच करवाने के स्थान पर बीजेपी-जेजेपी पीड़ित बच्चियों की आवाज उठाने वाली विधायक गीता भुक्कल के विरुद्ध अनर्गल बयानबाजी करने में जुटी है। हुड्डा ने शायराना अंदाज में कहा कि जब दिल में दर्द है तो हंसते क्यूं हैं, हर रोज़/ दिनरात मेरा नाम जपते क्यों हैं, कभी पुराने अख़बार उठाकर पढ़े तो पता चलेगा, सारे मुजरिम मेरे नाम से डरते क्यों हैं।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में विधायक व पूर्व मंत्री गीता भुक्कल के विरुद्ध की गई टिप्पणियों पर जवाब देते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री द्वारा सदन के पटल पर गलत बयानबाजी करना बेहद निंदनीय बात है, इसके विरुद्ध कांग्रेस ने प्रिविलेज मोशन भी दिया, क्योंकि उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि आरोपी प्रिंसिपल के विरुद्ध 2005 में भी इसी तरह का मामला सामने आया था और उस वक्त विधायक गीता भुक्कल ने आरोपी का बचाव किया था। जबकि सच्चाई यह है कि आरोपी 2005 में सरकारी सेवा में था ही नहीं, यह तथ्य से परे है। उपमुख्यमंत्री ने एक और तथ्यहीन दावा किया कि 2011 में गीता भुक्कल झज्जर स्थित आवास पर पंचायत हुई, जिसमें आरोपी प्रिंसिपल का बचाव किया गया। जबकि सच्चाई यह है कि 2011 में गीता भुक्कल के पास झज्जर में कोई आवास था ही नहीं। किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अगर कोई शिकायत थाने में जाती है और वो एफआईआर में नहीं बदलती है तो उस रिकॉर्ड को 2 साल के बाद खत्म कर दिया जाता है।
दुष्यंत चौटाला इतने वर्षों बाद किस डीडीआर का हवाला दे रहे हैं। यह आरोपी के गुनाहों से ध्यान भटकाने और बच्चों की आवाज उठाने वालों को दबाने की ओच्छी राजनीति है। कांग्रेस पूरे मामले की सीबीआई द्वारा जांच करवाने की मांग कर रही है लेकिन सरकार जांच से भाग रही है, क्यों? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। जींद के बाद कैथल में भी बच्चियों के साथ शोषण का मामला सामने आया है। एनसीआरबी के आंकड़े चीख-चीखकर गवाही दे रहे हैं कि हरियाणा महिलाओं के लिए देश का सबसे असुरक्षित राज्य है। एनसीआरबी के आंकड़ों ने एक बार फिर बीजेपी-जेजेपी सरकार की पोल खोलकर रख दी है। खासतौर पर महिलाएं हरियाणा में सुरक्षित नहीं हैं। सर्फि एक साल के भीतर महिलाओं के विरूद्ध अपराध के 16,743 मामले यानी रोज़ 46 मामले सामने आए हैं। प्रदेश में रोजाना रेप के 5 मामले सामने आ रहे हैं। 1 साल के भीतर कुल 1787 रेप के मामले सामने आए। प्रदेश में 6 एसिड अटैक के मामले सामने आए हैं। हरियाणा में रोज 4 बच्चों के साथ यौन शोषण होता है। पोक्सो एक्ट के तहत हरियाणा में 1272 बच्चियों के यौन शोषण के मामले दर्ज हुए। इनमें 68 लड़कों को भी यौन शोषण का शिकार बनाया गया।
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