हिसार में बड़ा हादसा : गांव कापड़ो में मिट्टी के नीचे दबने से 3 मजदूरों की मौत

हिसार में बड़ा हादसा : गांव कापड़ो में मिट्टी के नीचे दबने से 3 मजदूरों की मौत
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तीनों मजदूर सीवरेज लाइन बिछाने का काम कर रहे थे। इस दौरान उनके ऊपर मिट‍्टी गिर गई, जिसमें तीनों मजदूर दब गए। जब तक उनको बाहर निकाला गया, जब तक उनकी मौत हो चुकी थी

हरियाणा के हिसार जिले में बड़ा हादसा हो गया। हिसार के नारनौंद हलके के गांव कापड़ों में मिट्टी के नीचे दबने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। तीनों मजदूर सीवरेज लाइन बिछाने का काम कर रहे थे। इस दौरान उनके ऊपर मिट‍्टी गिर गई, जिसमें तीनों मजदूर दब गए। जब तक उनको बाहर निकाला गया, जब तक उनकी मौत हो चुकी थी।गांव कापड़ो में गंदे पानी की निकासी के लिए सीवरेज में पाइप फिटिंग के कार्य के दौरान मिट‍्टी गिरने से तीन मजदूर दब गए। करीब आधे घंटे बाद जेसीबी की सहायता से तीनों मजदूरों को मिट‍्टी से निकाला और उन्हें एंबुलेंस में नारनौंद के सामान्य अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने तीनों मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। तीनों मजदूर बिहार के रहने वाले हैं। घटना की सूचना मिलते ही नारनौंद के एसडीएम विकास यादव, खेड़ी चौपटा के तहसीलदार सुरेश कुमार, पुलिस और डॉक्टर विक्रम गोरिया मोके पर पहुंचे।

नारनौंद के गांव कापड़ो में सीवरेज की खुदाई का काम चल रहा था। जिसका ठेका भारत भूषण ठेकेदार ने लिया हुआ है। खुदाई के दौरान पाइप फिटिंग करते समय मिट‍्टी मजदूरों के ऊपर गिर गई। जिसके नीचे तीन मजदूर संतोष मांझी उम्र 38 साल निवासी जिला खगड़िया बिहार, सनोज मांझी उम्र 40 साल निवासी जिला खगड़िया बिहार, बलजीत 35 वर्षीय निवासी जिला खगड़िया बिहार सीवरेज के गड्ढे में मिट‍्टी ढहने से दब गए। बाकी मजदूरों ने घटना की सूचना ठेकेदार व गांव के सरपंच और आसपास के लोगों को दी तो ग्रामीणों ने तुरंत ही मजदूरों को निकालने के लिए मिट‍्टी हटाने का कार्य शुरू कर दिया था। करीब सवा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी की सहायता से तीनों मजदूरों को मिट‍्टी से बाहर निकाला गया और एंबुलेंस की सहायता से उनको नारनौंद के सामान्य अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों की टीम ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। तीनों शवों का शुक्रवार को हांसी के सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

एसडीएम नारनौंद विकास यादव ने बताया कि उनको सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीण पहुंच गए थे और प्रशासन की तरफ से राहत कार्य जेसीबी व ग्रामीणों की मदद से शुरू करवा दिया गया था। करीब सवा घंटा मजदूरों को बाहर निकालने में लगा तब तक उन्होंने डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस को मौके पर बुला लिया था।मजदूरों के शव निकलते ही उनको नारनौद के सामान्य अस्पताल में भेज दिया था जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।



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