हरियाणा से बड़ी खबर : कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने पहले दिया इस्तीफा, फिर बिना शर्त वापस लिया, जानिए कारण

सोनीपत विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के विधायक सुरेंद्र पंवार को विदेशी नंबर से कॉल कर रंगदारी मांगने व मारने की धमकी मिलने का मामला तूल पकड़ गया है। विधायक सुरेंद्र पंवार ने घरेलू कारणों और धमकी से परेशान होने का हवाला देते हुए कुछ दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को इस्तीफा ई-मेल कर दिया था। इस्तीफा की बात सोमवार को उठते ही सोनीपत शहर से लेकर चंडीगढ़ तक चर्चा बन गई। हालांकि सोमवार देर शाम विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के समक्ष विधायक ने बिना शर्त इस्तीफा वापस भी ले लिया। बताया गया है कि बार-बार धमकी भरे कॉल आने से परेशान होकर ही विधायक सुरेंद्र पंवार ने यह कदम उठाया था। करीबियों की मानें तो लगातार मिल रही धमकियों और कोई कार्रवाई ना होने से विधायक हताश थे, इसी वजह से इस्तीफा ई-मेल के जरिये भेजा था।
बता दें कि विधायक सुरेंद्र पंवार के मोबाइल नंबर पर 25 जून की शाम को व्हाट्सएप कॉल और मैसेज आए थे। जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। जिस पर उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत सोनीपत एसपी और हरियाणा के डीजीपी को दी थी। बाद में पता चला था कि कॉल जिस नंबर से आई है वह दुबई का है। धमकी भरी कॉल आने के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ऐसी ही धमकी भरी कॉल विधायक रेनू बाला और विधायक संजय सिंह को भी आई थी। 7 जुलाई को यह मामला सामने आया था। धमकी भरी कॉल आने के बाद विधायक ने हरियाणा में कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा था कि जनप्रतिनिधियों को ही धमकी भरी कॉल आ रही है तो आम व्यापारी और जनता का क्या हाल होगा। कोई भी व्यापारी हरियाणा में व्यापार नहीं कर पाएगा और यहां से पलायन व्यापारी करने लग जाएंगे।
करोड़ों की मांगी थी रंगदारी
चर्चा है कि 25 जून को विधायक को कॉल कर करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। जिसमें पुलिस ने सेक्टर-27 थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। रंगदारी नीरज बवाना गैंग के नाम पर मांगने की चर्चा है। हालांकि विधायक व पुलिस ने इस बारे में खुल कर बोलने से परहेज किया था। धमकी मिलने के तुरंत बाद विधायक की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। उनके साथ पुलिस टीम लगाई गई थी और सादा कपड़ों में भी पुलिसकर्मी विधायक के साथ रहते थे। विधायक की सुरक्षा के लिए 6 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। उनके आवास पर भी अतिरिक्त पुलिस बल लगा दिया गया था।
बार-बार धमकियां मिलने की वजह से हताश थे विधायक
इस मामले में केस दर्ज होने के बावजूद विधायक को धमकियां मिल रही थी। इस बारे में उन्होंने पुलिस से भी जानकारी सांझा की थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई ना होना और लगातार धमकियां मिलने की वजह से ही विधायक व पूरा परिवार परेशान भी था। हाल ही में विधायक को उनके पुत्र को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। करीबियों की मानें तो इसी वजह से विधायक हताश थे और इसी वजह से विधायक ने इस्तीफा भेजा था। हालांकि देर शाम इस्तीफा वापस लेने के बाद पता चला है कि विधायक को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है, इसी वजह से विधायक ने बिना शर्त के इस्तीफा वापस लिया है।
विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि मुझे सुरेंद्र पंवार ने एक पत्र दिया है जिसमें इस्तीफा वापस लेने के लिए लिखा गया है। पंवार ने इस पत्र में परिवार की सुरक्षा ज़िक्र किया है। ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा इस्तीफे पर कानूनी राय लेने के बाद फैसला लिया जाएगा। सुरेंद्र पंवार ने ईमेल पर और व्हाट्सएप पर साइन किया हुआ इस्तीफा भेजा था। ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा विधायकों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है, इसके लिए सरकार को विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। मैं खुद फिर से डीजीपी से इस मामले में बात करूंगा।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS